गर्मियां हों और आम की बात न हो ऐसा कैसे हो सकता है. फलों का राजा आम हर व्यक्ति के मुंह में मिठास तो घोलता ही है साथ ही ये खासा पसंद भी किया जाता है. आम एक हजार तरह की वैरायटी में पाए जाते हैं. वहीं अपने देश में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला पाकिस्तान विदेशों से अपने रिश्ते आम की पेटियां भेजकर भी सुधारता है. दरअसल पाकिस्तान एक विशेष तरह का आम भेजकर अपने अतंर्राष्ट्रीय रिश्ते सुधारने की चाहत रखता है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर वो कौन सा आम है जिसे पाकिस्तान विदेशों में भेजता रहता है.
ये आम भेजकर अंतर्राष्ट्रीय रिश्ते सुधारना चाहता है पाकिस्तान
पाकिस्तान विदेशों में जो आम भेजता है वो चौसा आम है. हमेशा आतंकवादी गतिविधेयों को बढ़ावा देने की कोशिशों की वजह से पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निंदा होती रहती है. वहीं फिलहाल तंगहाली में चल रहे इस देश में आम की कई किस्में पाई जाती हैं.
हालांकि वो विदेशों में चौसा आम भेजकर अपनी छवि सुधारने की कोशिश करता रहता है. साल 2021 में भी पाकिस्तान की ओर से 32 देशों को चौसा आम की पेटियां भेजी गई थीं. जिसके चरिए ये देश अपने रिश्ते सुधारना चाहता था. हालांकि बाकी सभी देशों के इतर अमेरिका और चीन को पाकिस्तान का ये स्टंट पसंद नहीं आया था और उसने पाक का आमों का ये तोहफा अस्वीकार कर दिया था. उस वक्त चीन और अमेरिका ने कोरोना वायरस क्वारंटीन नियमों का हवाला देते आम का तोहफा लेने से मना कर दिया था.
पाकिस्तान में कितनी होती है आम की पैदावार?
आम की पैदावार में पाकिस्तान का स्थान दुनियाभर में छठे नंबर पर आता है. हर साल इस देश में 15 टन आम की पैदावार होती है. जिसमें आमों की की वैरायटी होती है. वहीं चौसा आम की बात करें तो ये साउथ एशिया में सबसे ज्यादा पाया जाने वाला आम है. इस आम का सबसे ज्यादा उत्पादन पाकिस्तान में होता है.
इसके अलावा भारत में भी कई जगह चौसा की पैदावार होती है. चौसा आम उत्तर भारत और बिहार में खासा पॉपुलर है. कहा जाता है कि 16वीं सदी में शेरशाह सूरी ने इस आम से लोगों का परिचय करवाया था. चौसा आम के नाम पर बिहार में एक कस्बे का नाम भी रखा गया है. यह आम बहुत मीठा होता है और चमकदार पीले रंग का होता है. इसका चमकदार पीला रंग ही इसकी पहचान बताने के लिए काफी है.
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