दुनिया में देशों की संख्या 195 है, जिसमें भारत सहित दुनिया के कई देश शामिल हैं. वहीं दुनिया में सबसे नए देश की बात करें तो वो सुडान है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में जब किसी देश को मान्यता दी जाती है तो उसके नियम क्या होते हैं? चलिए आज इस प्रोसेस को समझते हैं.
ये है दुनिया का सबसे नया देश
दुनिया का सबसे नया नवेला देश दक्षिण सूडान है. इसकी स्वतंत्रता की घोषणा 9 जुलाई 2011 को की गई थी. इस देश को सबसे पहले सूडान ने अपने पड़ोसी देश के रूप में मान्यता दी थी. बता दें ये देश सबसे गरीब देशों में शामिल है, जहां की 1.50 करोड़ से ज्यादा आबादी को दो वक्त का खाना भी अच्छे से नसीब नहीं होता.
ऐसे में सवाल ये उठता है कि किसी देश को किस आधार पर एक नया देश बनने की मान्यता दी जाती है. ऐसा नहीं है कि किसी ने जमीन के एक टुकड़े को देश घोषित कर दिया तो बाकी सभी देश उसे आसानी से मान्यता दे देंगे. बल्कि इसके पीछे एक जटिल प्रक्रिया होती है. सूडान को भी जब नया देश बनाने की बात की गई तो उसे कई अड़चनों का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद 9 जुलाई को ये फैसला लिया गया था कि सुडान एक नया देश होगा.
कैसे बनता है एक नया देश?
किसी देश को बनाने के लिए क्या प्रोसेस फॉलो करना पड़ता है ये जानने से पहले आपको सबसे पहले एक अंतर्राष्ट्रीय कानून के बारे में जानना होगा. दरअसल साल 1935 में 26 दिसंबर को उरुग्वे की राजधानी मोंटेवीडियो में एक सम्मेलन आयोजित किया गया था. इस सम्मेलन के दौरान मुख्य रूप से 4 शर्तों का जिक्र किया गया, जिसमें कहा गया था कि जब तक इन चार शर्तों का पालन नहीं किया जाएगा तब तक किसी भी स्थान को नया देश घोषित नहीं किया जा सकता. इसके साथ ही नए देश को संयुक्त राष्ट्र संघ से मान्यता लेना भी जरुरी कर दिया गया.
ये थीं वो चार शर्तें
इन सभी 4 शर्तों में सबसे पहली शर्त ये थी कि नए देश को मान्यता तभी मिलेगी जब उस जगह पर स्थाई जनसंख्या हो. इसके बाद दूसरी शर्त ये रखी गई थी कि उस नए देश के पास एक तय क्षेत्रफल या ज्योग्राफिकल एरिया होना जरुरी है. इसके बाद तीसरी शर्त ये थी कि वहां एक सरकार या फिर कोई गवर्निंग बॉडी होनी चाहिए.
इसके बाद आखिरी शर्त ये थी कि जिस क्षेत्र को नया देश घोषित किया जाए उसके दूसरे राष्ट्रों से अच्छे संबंध होना जरुरी है. इन चार शर्तों को पूरा करने के बाद उस नए देश को संयुक्त राष्ट्र संघ से मान्यता दी जाती है. ये पूरी प्रक्रिया जब संपन्न हो जाती है तभी किसी नए देश को सभी राष्ट्रों की मंजूरी मिलती है.
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