दुनिया में ऐसी कई कंपनियां हैं जो सदियों से अपनी पहचान बनाए हुए हैं और आज भी काम कर रही हैं. इन कंपनियों का इतिहास बेहद दिलचस्प है और ये हमें बिजनेस के इतिहास के बारे में बहुत कुछ बताती हैं, लेकिन क्या आपके मन में कभी ये खयाल आया है कि आखिर दुनिया की सबसे पुरानी कंपनी कौन सी होंगी? और ये कितनी पुरानी कंपनी होंगी? चलिए आज हम इस स्टोरी में दुनिया की दो सबसे पुरानी कंपनियों के बारे में जानते हैं.
कौन है दुनिया की सबसे पुरानी कंपनी?
कोंगो गुमी (Kongō Gumi) नाम की एक जापानी कंपनी को दुनिया की सबसे पुरानी कंपनी माना जाता है. इस कंपनी की स्थापना 578 ईस्वी में हुई थी और यह लकड़ी के काम और बिल्डिंग बनाने का काम करती है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस कंपनी की स्थापना को 1400 सालों का समय बीत चुका है. इस कंपनी को कोरिया के बिल्डर शीगमिशु कांगो ने बनाया था. इस कंपनी ने 2 विश्व युद्ध, कई शासक, अंग्रेजों की गुलामी और 2 परमाणु बम हमले भी झेले हैं, लेकिन तब भी आजतक ये अपना अस्तित्व बनाए हुए है.
इस कंपनी के इतिहास पर नजर डालें तो कोंगो गुमी ने जापान में कई मंदिरों और महलों का निर्माण किया है. कंपनी ने सदियों से कई युद्धों, आर्थिक उतार-चढ़ाव और प्राकृतिक आपदाओं का सामना किया है.
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दुनिया की दूसरी सबसे पुरानी कंपनी
कोंगो गुमी के बाद दुनिया की दूसरी सबसे पुरानी कंपनी मारुबेनी कॉर्पोरेशन है. यह कंपनी भी जापान की है और इसकी स्थापना 1643 में हुई थी. मारुबेनी कॉर्पोरेशन एक व्यापारिक समूह है जो अलग-अलग क्षेत्रों में काम करता है. इस कंपनी का इतिहास भी सभी को सोचने पर मजबूर कर देता है.
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भारत की सबसे पुरानी कंपनियां
भारत में भी कई ऐसी कंपनियां हैं जो सदियों से अस्तित्व में हैं.
किर्लोस्कर ब्रदर्स: यह कंपनी 1888 में स्थापित हुई थी और यह पंप और इंजन बनाने के लिए जानी जाती है.
VOLTAS: यह कंपनी 1850 में स्थापित हुई थी और यह एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर आदि बनाने के लिए जानी जाती है.
गोदरेज: यह कंपनी 1894 में स्थापित हुई थी और यह उपभोक्ता उत्पादों के लिए जानी जाती है.
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