किस पौधे से मिलता है बीयर को अलग फ्लेवर? पीने वाले भी नहीं जानते होंगे
बीयर पीने के शौकीनों की कमी नहीं है, लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि इसे फ्लेवर देने का काम एक पौधा करता है.
बीयर पीना कई लोगों को पसंद होता है. ये एक प्राचीन और लोकप्रिय पेय है. जिसे दुनिया भर में पसंद किया जाता है. ये अपने अद्वितीय स्वाद और सुगंध के लिए जानी जाती है. ये स्वाद और खुशबू खासतौर पर बीयर को बनाने की प्रक्रिया और उसके सामग्री से जुड़ी होती है. बीयर को बनाने के लिए मुख्यतौर पर माल्ट, पानी और यीस्ट का इस्तेमाल होता है. इसके अलावा एक खास पौधा है जो बीयर को उसका खास फ्लेवर और खुशबू देने का काम करता है. ये पौधा है हॉप्स.
हॉप्स क्या है?
हॉप्स एक बेल का पौधा है, जिसे Humulus lupulus के नाम से जाना जाता है. हॉप्स की प्रमुख भूमिका बीयर बनाने की प्रक्रिया में स्वाद और सुगंध को जोड़ने की होती है. हॉप्स बीयर में न केवल फ्लेवर और खुशबू जोड़ता है बल्कि ये बीयर के शेल्फ जीवन को भी बढ़ाने का काम करता है और उसमें कड़वापन लाता है, जो बीयर के स्वाद का एक खास पहलू है.
हॉप्स बीयर में क्यों जरुरी है?
हॉप्स बीयर को एक विशेष और मादक सुगंध प्रदान करता है. हॉप्स में मौजूद आयल्स और रिजिन्स बीयर को एक खास प्रकार की खुशबू और स्वाद देने का काम करता है. ये खुशबू फूलों, फलों और हरी वनस्पतियों की तरह हो सकती है, जो बीयर के विभिन्न प्रकारों के मुताबिक बदलती रहती है. उदाहरण के लिए, कुछ हॉप्स में सिट्रस या पाइन का स्वाद होता है, जबकि अन्य में फूलों की मीठी सुगंध हो सकती है.
इसके अलावा हॉप्स का एक जरुरी काम बीयर में कड़वापन जोड़ना होता है. कड़वापन बीयर के स्वाद को संतुलित करता है और शर्करा की मिठास को समायोजित करता है. हॉप्स में मौजूद अल्फा एसिड्स बीयर के कड़वेपन का कारण बनते हैं. ये कड़वापन विशेष रूप से आईपीए (इंडिया पैले एले) जैसी बीयर में खासतौर पर देखा जाता है. साथ ही हॉप्स बीयर की ताजगी को बनाए रखने में भी मदद करता है. इसमें एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो बीयर के खराब होने की प्रक्रिया को धीमा कर देते हैं. इससे बीयर का शेल्फ जीवन बढ़ता है और यह लंबे समय तक ताजगी बनाए रखता है.
हॉप्स कितने प्रकार के होते हैं?
हॉप्स का उपयोग कई तरह की बीयर बनाने में किया जाता है. हॉप्स की विभिन्न किस्में और वेरायटीज होती हैं, जो बीयर के फ्लेवर प्रोफाइल को प्रभावित करती हैं. सिट्रा हॉप्स का स्वाद और खुशबू बहुत ही सिट्रस और उष्णकटिबंधीय फलों की तरह होती है. ये आईपीए और अन्य होप-फॉरवर्ड बीयर्स में आमतौर पर उपयोग की जाती है. सैज हॉप्स चेक बियर के लिए काफी फेमस है और इसमें एक हल्का, फूलों की तरह का स्वाद होता है. ये खासकर लाइट लैगर और पेल्सनर बीयर में इस्तेमाल की जाती है. इसका उपयोग कुछ खास बीयर में भी किया जाता है. जिसे ये स्मोक्ड हॉप्स का उपयोग किया जाता है. ये बीयर में धुएं की तरह का स्वाद और सुगंध भी जोड़ता है.
क्या है हॉप्स का इतिहास
बता दें कि हॉप्स का उपयोग बीयर बनाने में लंबे समय से किया जाता रहा है. ऐतिहासिक रूप से देखें तो हॉप्स का उपयोग मध्यकालीन यूरोप में बीयर का स्वाद बढ़ाने और संरक्षण के लिए किया गया था. पहले बीयर में हॉप्स की जगह जड़ी-बूटियों और मसालों का उपयोग किया जाता था, लेकिन हॉप्स ने अपनी प्रभावशीलता के कारण ये खासा पॉपुलर हो गया. अब आज के समय में हॉप्स बीयर बनाने के लिए उपयोगी और जरुरी तत्व बन गया है.
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