Z+ Plus Security Protocols: सभी लोग अपनी सुरक्षा के लिए सजग रहते हैं. चाहे आम आदमी हो या फिर कोई सेलिब्रिटी या कोई नेता राजनेता. आमतौर पर सेलिब्रिटीज अपनी पर्सनल सिक्योरिटी टीम लेकर चलते हैं. लेकिन अगर किसी को सार्वजनिक रूप से धमकी दी जाती है तो फिर सरकार भी है उन्हें सुरक्षा मुहैया करवाती है. इसके साथ ही भारत के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति और अन्य राजनेताओं को भी सरकारी सुरक्षा मिलती है. सरकार की सिक्योरिटी चार प्रकार की होती है. X,Y,Z और Z+. किन लोगों को मिलती है Z+ प्लस सिक्योरिटी आइए जानते हैं.
इन लोगों को मिलती है Z प्लस सिक्योरिटी
भारत में सबसे सुरक्षित दल एसपीजी को माना जाता है. स्पेशल प्रोटेक्शन गार्ड जो प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लगे हुए होते हैं. इसके बाद Z प्लस सिक्योरिटी सबसे हाई लेवल की सिक्योरिटी मानी जाती है. यह भारत के चुनिंदा लोगों को ही दी जाती है. या तो किसी की जान को बेहद ज्यादा खतरा हो उन्हें यह सुरक्षा प्रदान की जाती है. या फिर प्रमुख लोगों के पास यह सुरक्षा दल मौजूद होता है.
फिलहाल भारत में यह सुरक्षा भारत के गृहमंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, सोनिया गांधी, फारूक अब्दुल्ला, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, और उद्योगपति मुकेश अंबानी को भी यह सुरक्षा प्राप्त है. मुकेश अंबानी इस सुरक्षा दल का खर्चा खुद उठाते हैं.
क्या होती है Z प्लस सिक्योरिटी?
भारत में सुरक्षा के मामले में सबसे टॉप पर एसपीजी को माना जाता है स्पेशल प्रोटेक्शन गार्ड जो प्रधानमंत्री की सुरक्षा में होते हैं. इसके बाद टॉप लेवल की सिक्योरिटी है वह Z प्लस सिक्योरिटी कहलाती है. इस सिक्योरिटी दल में लगभग 55 सुरक्षाकर्मी होते हैं. जिसमें सीआरपीएफ के टॉप कमांडो भी शामिल होते हैं. इसके साथ ही इसमें दिल्ली पुलिस और आईटीबीपी के जवान भी होते हैं. यह सभी जवान मार्शल आर्ट और कॉम्बैट स्किल में माहिर होते हैं. इनके पास MP5 हथियार और आधुनिक बुलेट प्रूफ जैकेट के साथ आधुनिक गैजेट भी मौजूद होते हैं.
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