किसके हाथों मिलता है नेशनल फिल्म अवॉर्ड, जानें इसके साथ कितना होता है कैश प्राइस
National Film Awards 2024: सिनेमा जगत के सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स की आज अनाउंसमेंट हो चुकी है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर ये प्रतिष्ठिक अवॉर्ड किसके हाथों दिया जाता है.
70th National Film Awards: 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स का शुक्रवार को ऐलान हो चुका है, जिसमें मनोज बाजपेयी और शर्मीला टैगोर की फिल्म गुलमोहर को बेस्ट हिंदी फिल्म चुना गया है. कांतारा ने बेस्ट एक्टर और बेस्ट फिल्म के अवॉर्ड अपने नाम किए. तो वहीं फिल्म के लिए ऋषभ शेट्टी बेस्ट एक्टर चुने गए हैं.
इसके अलावा फिल्म तिरुचित्राम्बलम के लिए नित्या मेनन और कच्छ एक्सप्रेस के लिए मानसी पारेख को बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला है. फिल्म ऊंचाई के लिए बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड सूरज बड़जात्या को मिला है. इसी फिल्म के लिए नीना गुप्ता ने बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवॉर्ड जीता है. इसके अलावा प्लेबैक सिंगिंग कैटेगरी में ब्रहमास्त्र के लिए अरिजीत सिंह ने अवॉर्ड जीता है. इन सभी को नेशनल अवॉर्ड सेरेमनी में सम्मानित किया जाएगा. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर नेशनल अवॉर्ड दिया किसके हाथों जाता है.
कौन करता है नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित?
नेशनल फिल्म अवॉर्ड के विजेताओं को देश के राष्ट्रपति सम्मानित करते हैं. इस बार भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विजेताओं को सम्मानित करेंगी. जिसका आयोजन सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से किया जाता है.
कितनी कैटेगरी में दिए जाते हैं नेशनल अवॉर्ड?
बता दें नेशनल फिल्म अवॉर्ड के विजेताओं को दो कैटेगरी में रखा जाता है. इसके हिसाब से उन्हें प्राइज मनी और खिताब भी दिया जाता है. ये दो कैटेगरी स्वर्ण कमल और रजत कमल हैं. स्वर्ण कमल विजेता को ज्यादा प्राइज मनी मिलती है, जबकि रजत कमल विजेता को कम.
कब हुई नेशनल अवॉर्ड देने की शुरुआत?
नेशनल फिल्म अवॉर्ड देश का सबसे प्रतिष्ठित फिल्म अवॉर्ड है, जिसकी शुरुआत 1954 में हुई थी. बेस्ट फिल्म की कैटेगरी में सबसे पहला नेशनल अवॉर्ड मराठी फिल्म 'श्यामची आई' को मिला था. केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा ये समारोह आयोजित किया जाता है. इसके बाद राष्ट्रपति इन पुरस्कारों का वितरण करते हैं.
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