सबसे कम वक्त तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड किसके नाम है दर्ज?
मुख्यमंत्री का कार्यकाल पांच साल का होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सबसे कम समय केे लिए मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड किसके नाम दर्ज है.
किसी भी राज्य में मुख्यमंत्री का पद सबसे अहम होता है और मुुख्यमंत्री पद का कार्यकाल अमूमन 5 साल का होता है. हालांकि राजनीतिक उठापटक के चलते कई बार ये पद किसी राजनेता को अपना कार्यकाल पूरा होने से पहलेे ही छोड़ना पड़ता है. ऐसे में क्या आप जानते हैं कि ऐसा कौन सा मुख्यमंत्री है जिसका कार्यकाल सबसे कम रहा है. यदि नहीं तो चलिए जानते हैं.
इस मुख्यमंत्री का कार्यकाल रहा है सबसे कम
सबसे कम समय मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने का खिताब हरीश रावत के नाम है. उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत की गिनती कांग्रेस के बड़े नेताओं में होती है. हरीश रावत तीन बार उत्तराखंड के सीएम बन चुके हैं, हालांकि इस दौरान वो कभी भी 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए. उनके नाम एक ऐसा रिकॉर्ड भी दर्ज है, जिसकी बराबरी अभी तक कोई सीएम नहीं कर पाया है. दरअसल, हरीश रावत के नाम सबसे कम समय के लिए मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड है. वो अपने दूसरे कार्यकाल में महज एक दिन के लिए सीएम बने थे.
क्यों एक दिन बाद ही सीएम पद से हटना पड़ा?
हरीश रावत को सबसे पहले 1 एक फरवरी 2014 को उत्तराखंड का सीएम चुना गया था. सीएम बनने के लगभग दो साल बाद राजनीतिक उठापटक की वजह से प्रदेश में 27 मार्च 2016 को राष्ट्रपति शासन लागू हो गया. जिसकेे बाद हरीश रावत ने 21 अप्रैल 2016 को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन इसकेे अगले ही दिन राज्य में फिर से राष्ट्रपति शासन लागू हो गया और इस तरह उनके नाम महज 1 दिन तक सीएम रहने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया. हालांकि इसके अगले ही महीने वह फिर से सीएम बन गए थे, लेकिन अबतक उनका ये रिकॉर्ड कायम है और ये किसी और नेता के नाम नहींं हुआ है. इसके अलावा देवेंद्र फड़नवीस, बी.एस. येदियुरप्पा और नेता जगदंबिका के नाम तीन दिन सीएम रहने का रिकॉर्ड है.
यह भी पढ़ें: कैसे कहावत बन गया 'खुद को तुर्रम खान समझते हो क्या'? कौन था तुर्रम खान जिसका नाम संसद में लेना है बैन