भारत के बड़े शहरों में जहां जमीन की कीमतें हर दिन बढ़ रही हैं, वहीं मुंबई-दिल्ली जैसे महानगरों में कुछ ही जमीन बची है जिसे खरीदा जा सकता है. ऐसे में हाल ही मेें आई वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2030 तक भारत को देश के लोगों की आवास से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए 40 से 80 लाख हेक्टेयर और अधिक जमीन की जरूरत पड़ेगी. आप यदि अडानी-अंबानी को सबसेे बड़ा जमीन का मालिक समझतेे हैं तो बता दें कि आपको गलतफहमी हैै. तो चलिए आज जानते हैं देश में सबसे ज्यादा जमीन किसके पास है.


भारत में कौन है सबसेे बड़ी जमीन का मालिक?
भारत में सबसे ज्यादा जमीन भारत सरकार के पास है. सरकार केे पास जितनी जमीन है उससे छोटे दुनिया के लगभग 50 देश है. गवर्नमेंट लैंड इनफॉरमेशन सिस्टम केे आंकड़ों की मानें तो साल 2021 तक भारत सरकार लगभग 15,531 स्क्वायर किलोमीटर जमीन की मालिक थी. फिलहाल येे जमीन 51 मंत्रालयों और 116 पब्लिक सेक्टर कंपनियों के पास है.


दूसरा सबसे बड़ा मालिक कौन
बता दें भारत में जमीन का दूसरा सबसे बड़ा मालिक कैथोलिक चर्च इंडिया है. जो देेश में हजारों चर्च, ट्रस्ट चैरिटेबल, सोसायटी, स्कूल, कॉलेज और अस्पताल संचालित करता है. दरअसल 1972 में आए इंडियन चर्चेज एक्ट के बाद कैथोलिक चर्च को बड़े पैमाने पर जमीन मिली. इसकी नींव ब्रिटिश हुकूमत द्वारा ईसाई धर्म का प्रचार करनेे केे लिए रखी गई थी. एक रिपोर्ट के अनुसारे फिलहाल कैथोलिक चर्च के पास एक लाख करोड़ रुपए की जमीन मौजूद है.


तीसरे नंबर पर किसका नाम
भारत में जमीन का तीसरा सबसे बड़ा मालिक वक्फ बोर्ड है. मीडियम की रिपोर्ट के अनुसार वक्फ बोर्ड के पास 6 लाख सेे ज्यादा चल-अचल संपत्तियां हैं. कहा जाता है इसमें से ज्यादातर संपत्तियां उन्हें मुुस्लिम शासनकाल के दौरान मिली थीं. 


बता दें 1954 के वक्फ एक्ट के तहत बना वक्त बोर्ड एक स्वायत्तशासी संस्था है. जो देश में हजारों मस्जिद, मदरसा, कब्रगाहों का संचालन करता है.                                 


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