पूरा समुद्र इस वक्त प्लास्टिक से भरा पड़ा है. इंसानों ने जितनी तेजी से और जिस हिसाब से इसका दोहन किया है वो शर्मनाक है. पृथ्वी ने इंसानों को पनपने के लिए पानी, जमीन, हवा, पेड़, खाना...सबकुछ दिया, लेकिन इंसानों ने बदले में पृथ्वी को सिर्फ बर्बादी दी, बारूद दिया, प्रदूषण दिया और इतना प्लास्टिक दिया कि वो हजारों वर्षों तक जहां जाए उस जगह को मृत बना दे. जमीन के साथ साथ समुद्र भी इससे अछूता नहीं है. साइंस अलर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल 12 मिलियन मिट्रिक टन प्लास्टिक इंसानों द्वारा समुद्र में फेंका जाता है. ये प्लास्टिक ना सिर्फ मछलियों को मार रहा है, बल्कि पूरे समुद्र को धीरे धीरे निगल रहा है.
क्या कहती है रिपोर्ट?
एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी की हालिया रिपोर्ट की मानें तो हर साल 8 से 12 मिट्रिक टन प्लास्टिक समुद्र में फेंका जाता है. वहीं दुनिया भर के समुद्रों की सतह पर इस वक्त 15 से 51 ट्रिलियन प्लास्टिक के टुकड़े तैर रहे हैं. इस रिपोर्ट की मानें तो हर एक स्क्वायर मील में 46000 प्लास्टिक के टुकड़े तैरते हैं. कैलिफोर्निया और हवाई के बीच जो समुद्र पड़ता है उसमें दो स्थान ऐसे हैं जहां सबसे ज्यादा कचरा इकट्ठा होता है.
बन गए हैं 400 डेडजोन
डेड जोन उन जगहों को कहते हैं जहां पानी में अब ऑक्सीजन की मात्रा या तो बहुत कम बची है या फिर है ही नहीं. इसे विज्ञान की भाषा में कुछ लोग हाइपोक्सिक जोन भी कहते हैं. इस वक्त दुनिया में ऐसे 400 जोन बन गए हैं. यहां मछलियों के लिए सांस लेना मुश्किल हो रहा है और इस जोन में फंस के वो जान दे रही हैं. इसकी वजह है समुद्र पर तैरता करोड़ों टन प्लास्टिक जो इतनी सघनता से समुद्र की सतह पर फैला है कि सूरज की रौशनी भी पानी के भीतर नहीं जा पाती.
सबसे ज्यादा प्लास्टिक समुद्र में कौन से देश फेंक रहे हैं?
science.org की रिपोर्ट के अनुसार, समुद्र में सबसे ज्यादा जो देश प्लास्टिक फेंकते हैं उनमें पहले नंबर पर है फिलिपिंस, जो 356,371 मिट्रिक टन प्लास्टिक वेस्ट समुद्र में फेंकता है. जबकि दूसरे नंबर पर है भारत जो 126,513 मिट्रिक टन प्लास्टिक वेस्ट हर साल समुद्र में फेंकता है. इस मामले में तीसरे नंबर पर मलेशिया है और चौथे नंबर पर चीन है. जबकि पांचवें नंबर पर इंडोनेशिया है, जो हर साल 56,333 मिट्रिक टन प्लास्टिक वेस्ट समुद्र में फेंकता है.
समुद्र में सबसे ज्यादा कचरा कैसे पहुंचता है?
समुद्र में सबसे ज्यादा कचरा दुनियाभर की नदियों के जरिए पहुंचता है. साइंस अलर्ट पर छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, समुद्र में हर साल जितना भी प्लास्टिक समेत कचरा आता है उसका 88 से 95 फीसदी हिस्सा दुनियाभर की 10 नदियों से आता है. इसमें अफ्रीका की नील और नाइजर नदी हैं. जबकि बाकि की 8 नदियां एशिया की हैं.
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