भारत का गगनयान मिशन अपनी कामयाबी की ओर निकल चुका है. रविवार सुबह 10 बजे इसरो के वैज्ञानिकों द्वारा श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से गगनयान के क्रू मॉड्यूल को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया गया. हालांकि, पहल इसकी लॉन्चिंग सुबह 8.45 पर शेड्यूल की गई थी, लेकिन किन्हीं खामियों की वजह से इसे कुछ देर के लिए होल्ड कर दिया गया था. आपको बता दें कुछ लोग इसे टेस्ट व्हीकल अबॉर्ट मिशन-1 (Test Vehicle Abort Mission-1) और व्हीकल डेवलपमेंट फ्लाइंट (TV-D1) भी कहते हैं. ये तो हो गई लॉन्चिंग की बात, लेकिन आज इस आर्टिकल में हम आपको इससे जुड़ी व्योममित्र के बारे में बताएंगे, जिसके बारे में पूरी दुनिया जानना चाहती है.
गगन मिशन से जुड़ी व्योममित्र कौन हैं?
व्योममित्र के बारे में जानने से पहले आपको इसके नाम का अर्थ जानना होगा. दरअसल, व्योममित्र संस्कृत के दो शब्दों से मिल कर बना है. पहला शब्द है व्योम यानी अंतरिक्ष और दूसरा है मित्र यानी दोस्त. यानी व्योममित्र का अर्थ हुआ जो अंतरिक्ष का दोस्त हो, जिसे वहां के बारे में किसी आम इंसान से ज्यादा पता हो. व्योममित्र भी कुछ ऐसी ही हैं. उन्हें अंतरिक्ष के बारे में इंसानों से ज्यादा पता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि हम जिस व्योममित्र की बात कर रहे हैं असलियत में वो एक महिला ह्यूनॉइड है जिसने पहली बार 2021 मे ह्यूमन स्पेसफ्लाइट एंड एक्सलोरेशन के दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी.
गगनयान मिशन में व्योममित्र का योगदान
गगनयान मिशन के साथ-साथ व्योममित्र अंतरिक्ष में हर तरह के मानव कार्यों का अनुकरण करेगी. ये वहां पर्यावरण नियंत्रण जीवन समर्थन प्रणाली के साथ भी काम करेगी. इसके साथ साथ व्योममित्र गगनयान मिशन के मॉड्यूल मापदंडों की निगरानी भी करेगा. इसमें मॉड्यूल के लिए अलर्ट भेजना, जीवन समर्थन और स्विच पैनल संचालन का भी काम व्योममित्र कर सकता है.
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