कौन था वह मुगल बादशाह? जिसने अपनी सौतेली माँ से इश्क किया
Mughal Emperor Love Story: मुगल काल से जुड़ी कई कहानियां हमेशा चर्चा में बनी रहती है. कभी किसी के शासनकाल में किए गए अत्याचार से जुड़ी तो कभी अनोखी मोहब्बत से. आज हम प्यार की कहानी बताने वाले हैं.
Mughal Emperor Love Story: मुगल काल से जुड़ी ऐसी कई कहानियां हैं, जो इतिहास के पन्नों प्रमुखता से दर्ज है. एक कहानी उस मुगल बादशाह से भी जुड़ी हुई है, जिसने अपनी सौतेली मां से ही इश्क कर लिया था. अंजाम यह हुआ कि अकबर ने उसे दीवार में जिंदा चुनवा दिया. अकबर के शासनकाल में उसकी चर्चा पूरे सल्तनत में हुई थी. आज की स्टोरी में इसी पर बात करने वाले हैं.
क्या है कहानी?
कहानी अनारकली से जुड़ी है. अनारकली मुगल साम्राज्य के शासक अकबर की कनीज बनीं. उन दोनों से जो बेटा हुआ उसका नाम दानियाल रखा गया. अकबर की कनीज बनने के बाद, उनके बेटे सलीम के साथ उसके प्यार की बातें सम्राटी शासन में फैलने लगीं. पाकिस्तानी अख़बार में डॉन विलियम फिंच की रिपोर्ट में ब्रिटिश पर्यटक का कहना है कि अनारकली अकबर की पत्नियों में से एक थीं, लेकिन जब बादशाह को पता चला कि उनके शहजादे सलीम (जिसे जहांगीर कहा जाता था) का उससे प्यार था, तो वो बेहद नाराज़ हुए.
इन दोनों को रोकने के लिए कई कोशिशें की गईं. जब इनकी कोशिशें नाकाम रहीं, तो अकबर ने अनारकली को दीवार में चुनवा देने का आदेश दिया. 'तारीख-ए-लाहौर' किताब में सैयद अब्दुल लतीफ लिखते हैं कि अनारकली की कब्र पर 1599 तारीख दर्ज है, जो उसकी मौत का वर्ष है.
लाहौर में है इनका मकबरा
सलीम और अनारकली से जुड़ी कई जानकारियां जहांगीर की आत्मकथा में लिखी मिलती हैं. 'तुजुक-ए-जहांगीरी' में लिखा है कि लाहौर में एक मकबरा है जिसे अनारकली मकबरा के नाम से जाना जाता है. जहांगीर ने अनारकली की मौत के बाद उसकी याद में मकबरे का निर्माण कराया था. इसे कहा जाता है कि वहां उन्होंने सलीम की प्रेम कहानी को याद करते हुए मकबरे का निर्माण करवाया था.
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