Why Ship Did not sink: एक देश से दूसरे देश जाने के लिए या फिर सामान मंगाने या भेजने के लिए हवा, धरती और पानी, इन तीनों रास्तों का सहारा लिया जाता है. एक अनुमान के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय व्यापार लगभग 70 फीसदी समुद्र के रास्ते किया जाता है. समुंद्र में बड़े बड़े जहाजों से ये काम किया जाता है. पानी के जहाज को बनाने में कई करोड़ों रुपये की लागत आती है. पानी पर तैरने वाले इस जहाज का वजन कई हजार टन रहता है. यह समझिए कि एक पूरी कॉलोनी पानी के जहाज में एक साथ सफर कर रही होती है या फिर एक मालगाड़ी के बराबर सामान पानी के जहाज से ट्रांसपोर्ट किया जाता है.
आपने देखा होगा कि लोहे की एक कील को अगर पानी में फेंका जाए तो वह डूब जाती है. ऐसे में सवाल यह बनता है कि जब लोहे की एक छोटी सी कील तक पानी में डूब जाती है तो फिर लोहे से बने ये हजारों टन वजनी पानी के जहाज पानी पर कैसे तैर लेते हैं. ये जहाज पानी में डूबते क्यों नहीं? आइए आज इस आर्टिकल से इस बारे में जानते हैं.
'आर्कमिडीज का सिद्धांत'
दरअसल, लोहे की नाव या भारी भरकम जहाज पानी के पानी में न डूबने के पीछे आर्कमिडीज का सिद्धांत काम कर रहा होता है. जब हम लोहे की कोई वस्तु पानी में डालते हैं तो वह वस्तु अपने भार के बराबर जल को हटाती हुई नीचे जाती है. इस बात को आप ऐसे समझ सकते हैं कि अगर एक गिलास में ऊपर तक पानी भर लिया जाए और इसके बाद इसमें लोहे की एक मोटी गेंद डाली जाए तो आप देखेंगे कि पानी गिलास से बाहर निकलने लगता है. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उस बॉल ने अपने भार या आयतन जितना पानी गिलास से बाहर धकेल दिया. इसी तरह जब कोई वस्तु पानी में डाली जाती है तो पानी की ताकत उसे ऊपर की ओर उछालती है और वह आयतन तैरता रहता है.
लोहे की कील या टुकड़ा क्यों डूब जाता है?
जब हम कोई लोहे का टुकड़ा या लोहे की कील पानी में डालते हैं तो उस टुकड़े पर हटाए गए पानी के बराबर लगने वाली शक्ति को छोटा आकार मिलता है. इसलिए वह छोटा सा टुकड़ा पानी में डूब जाता है, लेकिन अगर उसी लोहे के टुकड़े को एक प्लेट का आकार दे दिया जाए तो प्लेट पर पानी के नीचे से लगने वाली शक्ति को बड़ा क्षेत्र मिल जाता है और वह तैरने लगेगी. इसी वजह से छोटा सा लोहे का टुकड़ा पानी में डूब जाता है.
पानी का जहाज इसलिए नहीं डूबता
'आर्कमिडीज का सिद्धांत' पानी के जहाज के न डूबने के पीछे यही सिद्धांत काम करता है. सरल शब्दों में कहें सिर्फ इतना की पानी का जहाज या मोटर बोट इंजन बंद होने के बाद भी पानी के अंदर डूबते नहीं है क्योंकि उनकी बनावट विशेष प्रकार से की जाती है. अगर पानी की सतह पर खड़े जहाज के बीच में से दो टुकड़े कर दिए जाएं तो वे दोनों टुकड़े तुरंत ही पानी के अंदर डूब जाएंगे.
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