गोल ही क्यों होता है कुआं, आखिर क्या है इसके पीछे की वजह
अक्सर लोगों के मन में जिज्ञासा उत्पन्न होती रहती हैं. ऐसी ही एक जिज्ञासा है कि कुएं का शेप गोल क्यों होता है. आखिर क्या कारण है कि कुएं को गोल ही बनाया जाता है. चौकोर या अन्य शेप में नहीं.
दुनिया में कई चीजे कई सालों से चली आ रही होती है. वह ऐसी क्यों होती है अक्सर हमें इस बारे में नहीं मालूम होता. जैसे किसी चीज का साइज या शेप उस तरह से क्यों है जैसा है. क्या उसके वैसे होने में कोई ठोस कारण छुपा हुआ है. जैसे अक्सर लोग सवाल पूछते हैं.
पृथ्वी गोल क्यों होती है. चांद गोल क्यों नजर आता है. और भी तरह के सवाल. ऐसे ही लोगों के मन में एक सवाल आता है. चलिए पृथ्वी और चांद का शेप तो इंसान बस में नहीं था. लेकिन कुएं का निर्माण तो इंसान ने किया था. उसका शेप गोल क्यों किया गया. चलिए जानते हैं आखिर गोल क्यों होता है कुआं.
इस वजह से कुआं होता है गोल
कुएं को जब बनाया जाता है तो जमीन भर गड्ढा करके बनाया जाता है. गोल शेप में गड्ढा करना हमेशा से आसान रहा है. बजा है स्क्वायर शेप में करने के. जब हम ड्रिल मशीन से घर में छेद करते हैं आपने देखा होगा वह छेद गोल शेप में होते हैं. ऐसे ही जब कुएं की ड्रिलिंग की जाती है. तब उसकी शेप भी गोल हो जाता है.
दूसरी वजह यह है कि अगर कुएं को स्क्वायर शेप में बनाया गया. तो कुएं के अंदर मौजूद पानी उसके चारों कोनों में प्रेशर अप्लाई करेगा. जिससे कुआं कमजोर हो सकता है और इसकी दीवारें कमजोर हो सकती है. कुओं के गोल होने के चलते पानी दीवारों पर प्रेशर ज्यादा अप्लाई नहीं कर पाता. जिस वजह से कुएं काफी समय तक चलते हैं.
लिक्विड भरने के सभी बर्तन होते हैं गोल
पानी लिक्विड होता है और घरों में पानी भरने के जो भी बर्तन होते हैं. अगर आपने गौर किया होगा तो सब का शेप गोल होता है. जिसमें गिलास, कटोरी, प्लेट, खाली, बाल्टी सब गोल होते है. यहां भी वही नियम है अगर इनका शेप स्क्वायर यानी चौकोर होगा तो कोने खराब होने का चांस ज्यादा रहता है. कुआं गोल होता है तो उसकी मिट्टी भी काफी समय तक अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखती है. चौकोर कुएं की मिट्टी कोनों से धंसने लगती है.
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