इंसान के बाल सफेद ही क्यों होते हैं... लाल-पीले क्यों नहीं? ये है इसके पीछे की साइंस
इंसान के बाल को जब आप देखते होंगे तो आपके मन में एक सवाल आता होगा कि यह हमेशा काला और सफेद ही क्यों होता है? आज इसके पीछे के साइंस को समझेंगे.
हम सभी अपने बालों को लेकर काफी चिंतित रहते हैं और बालों की वजह से ही लोग ज्यादा खूबसूरत दिखते हैं. ऐसे में बालों को लेकर चिंतित होना जायज है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये बाल काले क्यों होते हैं? जब कोई बच्चा पैदा होता है तो उसके बाल काले होते हैं और बड़े होने के बाद भी काले ही रहते हैं. हां, कुछ लोगों के बाल सफेद हो जाते हैं, लेकिन ऐसा एक समय के बाद होता है. तो आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि बाल काले क्यों होते हैं.
बाल काले होने का क्या कारण है?
बाल काले होने का कारण मेलेनिन, एक प्रकार के पिगमेंट, की मौजूदगी होती है. मेलेनिन बाल, त्वचा और आंख की रंग को कंट्रोल करने में मदद करता है. यह प्राथमिक रूप से बाल के रंग को निर्धारित करने में सहायक होता है, और इसमें विभिन्न रंगों की विभिन्न स्तर हो सकती हैं. बता दें कि दो प्रमुख प्रकार के मेलेनिन होते हैं - यूमेलेनिन (Eumelanin) और पूमेलेनिन (Pheomelanin) . यूमेलेनिन काले और भूरे बालों के लिए जिम्मेदार होता है, जबकि पूमेलेनिन के कारण गहरे लाल या नारंगी बाल होते हैं.
आखिर बाल सफेद क्यों होते हैं?
अब आपके मन में भी ये सवाल चल रहा होगा कि आखिर ये बाल सफेद क्यों होते हैं? तो चलिए इसका जवाब भी जान लेते हैं. आपने देखा होगा कि कुछ समय बाद लोगों के बाल सफेद होने लगते हैं. बढ़ती उम्र के साथ शरीर में मेलेनिन कम बनने लगता है, जिससे इसका असर बालों पर पड़ने लगता है और बाल सफेद हो जाते हैं. कुछ मामले ऐसे होते हैं कि बच्चा छोटा होता है बाल पक जाते हैं. यह परिवार के जीन पर भी निर्भर करता है, जिसके कारण कई बच्चों के बाल समय से पहले ही सफेद हो जाते है.
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