आपने कभी गौर किया है कि हवाई जहाज की खिड़कियां हमेशा एक ही साइज की होती हैं? चाहे आप किसी भी एयरलाइन से यात्रा कर रहे हों, खिड़कियों का साइज लगभग एक जैसा ही होता है. उन्हें देखकर आपके मन में खयाल आता होगा कि आखिर ये बड़ी क्यों नहीं होतीं या फिर एक ही साइज की क्यों होती हैं? आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों है और इन खिड़कियों को डिजाइन करने में क्या-क्या बातें ध्यान रखी जाती हैं.


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हवाई जहाज की खिड़कियों का साइज क्यों होता है एक जैसा?


हवाई जहाज की खिड़कियों के आकार को लेकर कई कारण होते हैं. जैसे हवाई जहाज के अंदर और बाहर का दबाव अलग-अलग होता है. खिड़कियां इस दबाव को संतुलित करने में मदद करती हैं. यदि खिड़कियां बहुत बड़ी होंगी तो दबाव के अंतर से खिड़कियां फट सकती हैं.  वहीं हवाई जहाज की खिड़कियां बहुत मजबूत होती हैं ताकि उड़ान के दौरान किसी भी तरह का नुकसान न हो. छोटी और गोल खिड़कियां ज्यादा मजबूत होती हैं और दबाव को बेहतर तरीके से संभाल सकती हैं.


साथ ही हवाई जहाज का वजन जितना कम होगा, उतना ही कम ईंधन खर्च होगा। छोटी खिड़कियां हवाई जहाज का वजन कम करने में मदद करती हैं. इसके अलावा हवाई जहाज की खिड़कियां तापमान को नियंत्रित करने में भी मदद करती हैं. छोटी खिड़कियां गर्मी को अंदर आने से रोकती हैं और हवाई जहाज के अंदर का तापमान स्थिर रखने में मदद करती हैं.


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खिड़कियों के डिजाइन में ये बातें रखी जाती हैं ध्यान


हवाई जहाज की खिड़कियों को डिजाइन करते समय कई बातों का ध्यान रखा जाता है. जिसमें खिड़कियां आमतौर पर गोल या अंडाकार होती हैं. यह आकार खिड़की को मजबूत बनाता है और दबाव को समान रूप से वितरित करता है. साथ ही खिड़कियां एक विशेष प्रकार के प्लास्टिक से बनाई जाती हैं जो बहुत मजबूत और हल्का होता है और खिड़कियों में कई परतें होती हैं जो इसे और ज्यादा मजबूत बनाती हैं. साथ ही खिड़कियों को हवाई जहाज की बॉडी से अच्छी तरह से सील किया जाता है ताकि पानी या हवा अंदर न जा सके. इस तरह हवाई जहाज कि खिड़कियों को डिजाइन करते समय सुरक्षा का ध्यान रखा जाता है.                                 


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