क्या पैसेंजर फ्लाइट में यात्रियों के लिए होते हैं पैराशूट, किस टिकट से होती है इनकी बुकिंग?
पैराशूट का इस्तेमाल वही लोग कर सकते हैं जिन्हें इसकी ट्रेनिंग मिली हो. अगर आम नागरिकों को बिना किसी ट्रेनिंग के पैराशूट का उपयोग करने के लिए दे दिया जाए तो वो उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है.
सोमवार का दिन मुंबई से उड़ान भरने वालों के लिए तनाव भरा रहा. दरअसल, 14 अक्तूबर को मुंबई से उड़ान भरने वाली तीन फ्लाइट में बम होने की धमकी दी गई. इसमें पहली फ्लाइट एयर इंडिया की थी, जो मुंबई से न्यूयॉर्क जा रही थी. वहीं दूसरी और तीसरी फ्लाइट इंडिगो की थी. एयर इंडिया की फ्लाइट को जहां डायवर्ट कर दिया गया, वहीं इंडिगो की विमानों को आइसोलेशन बे में भेज दिया और अब उनकी जांच चल रही है.
खैर, अब ऐसे में सोशल मीडिया पर लोग सवाल कर रहे हैं कि अगर कभी ऐसी स्थिति बन जाए तो क्या प्लेन में मौजूद पैसेंजर्स पैराशूट का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, ये जानने से पहले आपको ये जानना होगा कि क्या पैसेंजर फ्लाइट में यात्रियों के लिए पैराशूट होता भी या नहीं. चलिए इसके बारे में अब विस्तार से जानते हैं.
कमर्शियल फ्लाइट में पैराशूट
दरअसल, कमर्शियल फ्लाइट में हर यात्री को पैराशूट नहीं दिया जाता और इसके पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं. इसके पीछे जो सबसे बड़ा तर्क दिया जाता है वो ये है कि कमर्शियल उड़ानों में सुरक्षा प्राथमिकताएं सबसे महत्वपूर्ण होती हैं. यानी कि एयरलाइंस द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कमर्शियल विमान बेहद सुरक्षित होते हैं और उन्हें अलग-अलग सुरक्षा मानकों के अनुसार डिज़ाइन और टेस्ट किया जाता है.
अगर कोई इमरजेंसी आ जाए तो
अब ऐसे में सवाल उठता है कि अगर कभी कोई इमरजेंसी आ जाए तो क्या होगा. इस पर तर्क दिया जाता है कि अगर कभी कोई इस तरह की समस्या उत्पन्न होती है, तो पायलट के पास आपातकालीन प्रोटोकॉल होते हैं. इन प्रोटोकॉल के तहत विमान को सुरक्षित रूप से उतारने की योजना होती है. अब आते हैं इस सवाल पर कि आखिर पैराशूट का इस्तेमाल यात्री क्यों नहीं कर सकते.
दरअसल, पैराशूट का उपयोग करना कोई साधारण प्रक्रिया नहीं है. इसका इस्तेमाल वही लोग कर सकते हैं जिन्हें इसकी ट्रेनिंग मिली हो. अगर आम नागरिकों को बिना किसी ट्रेनिंग के पैराशूट का उपयोग करने के लिए दे दिया जाए तो वो उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है. इसके अलावा कमर्शियल विमानों की बनावट ऐसी नहीं होती कि उसमें बैठे यात्री पैराशूट पहन कर बाहर कूद सकें. अगर कोई यात्री किसी परिस्थिति में कमर्शियल विमान से कूदता है तो बहुत चांस है कि वह जहाज के इंजन के चपेट में आ जाए. अगर ऐसा हुआ तो ना सिर्फ उस यात्री की मौत होगी, बल्की पूरा जहाज क्रैश हो सकता है.
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