सऊदी अरब में कोई राजनीतिक पार्टी क्यों नहीं है? फिर वहां कैसे चुना जाता है प्रधानमंत्री?
सऊदी अरब में अभी भी राजशाही शासन जारी है,यहां पर एक ही परिवार का राज है. क्या आप जानते हैं कि राजशाही शासन में देश के प्रधानमंत्री को कैसे चुना जाता है. आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे.
एक समय था जब सभी जगहों पर राजाओं का वर्चस्व था. अब दुनिया के अधिकांश देशों से राजशाही खत्म हो चुकी है. लेकिन अभी भी कुछ देश हैं, जहां राजशाही राज जारी है. आज हम आपको ऐसे ही देश सऊदी अरब के बारे में बताएंगे, जहां आज भी राजशाही जारी है. जानिए बिना राजनीतिक पार्टी के ये देश कैसे चल रहा है और यहां पर देश के प्रमुख को कैसे चुना जाता है.
सऊदी अरब में राजतंत्र
सऊदी अरब में कोई भी राजनीतिक पार्टी नहीं है. क्योंकि इस देश में पूर्ण राजतंत्र लागू है. यहां पर राजपरिवार ही अपने नए उत्तराधिकारी को चुनता है. जो वहां का प्रधानमंत्री और देश प्रमुख होता है. सऊदी अरब में पीढ़ी दर पीढ़ी सत्ता को आगे बढ़ाया जाता है. आसान भाषा में कहे तो सऊदी अरब में राजतंत्र है. किंग अपना उत्तराधिकारी अपने परिवार के पुरुषों में से चुनते हैं.
राजशाही क्या?
सबसे पहले समझते हैं कि राजशाही क्या होती है. राजशाही से अर्थ है कि सत्ता में शासक एक विशेष परिवार से ही पीढ़ी दर पीढ़ी चुना जाता है. ऐसे में देश का प्रमुख जो सिंहासन पर बैठता है, उसे सम्राट या राजा के रूप में जाना जाता है. वहीं जिस तरीके से राजा चुना जाता है और शासन चलाया जाता है उसे ही राजशाही कहते हैं.
जानिए राजशाही के प्रकार ?
राजशाही को चार अलग-अलग तरह से बांटा गया है. जिसमें पहला संवैधानिक राजतंत्र, दूसरी पूर्णतया राजशाही, तीसरी संघीय राजशाही और मिश्रित राजशाही है.
संवैधानिक राजतंत्र
संवैधानिक राजतंत्र में सम्राट संवैधानिक रूप से स्थापित सरकार के साथ सत्ता का विभाजन करता है, लेकिन इस स्थिति में सम्राट के पास औपचारिक कर्तव्य और कुछ जिम्मेदारियां होते हुए भी कोई राजनीतिक शक्ति नहीं होती है. उदाहरण के तौर पर इंग्लैंड में राजा को सभी कानूनों को आधिकारिक बनाने के लिए उन पर हस्ताक्षर करना होता है, लेकिन उनके पास नए कानूनों को बदलने या उन्हें अस्वीकार करने की कोई शक्ति नहीं होती. जापान, यूनाइटेड किंगडम, डेनमार्क में संवैधानिक राजतंत्र है.
पूर्ण राजतंत्र
पूर्ण राजतंत्र में राजा के पास पूरी राजनीतिक शक्ति होती है. उनके पास कानून बनाने, संशोधन करने समेत सभी अधिकार होते हैं. वे विदेश में देश का प्रतिनिधित्व भी कर सकते हैं और राजनीतिक नेताओं की नियुक्ति का भी अधिकार भी रखते हैं. आसान भाषा में कहे तो उनके पास देश चलाने के लिए सभी अधिकार होते हैं.बता दें सिर्फ 3 देशों में पूरी तरह से राजशाही लागू है. इन देशों में सऊदी अरब, एस्वातिनी, और वेटिकन सिटी शामिल है. हालांकि इनमें वेटिकन सिटी की आबादी मात्र 1000 लोगों की है.
संघीय राजशाही
संघीय राजशाही में राजा उन राज्यों की सरकारों के साथ काम करता है. यहां तक कि उन राज्यों पर शासन करने वाले राजतंत्र भी होते हैं. इस तरह की व्यवस्था संयुक्त अरब अमीरात और मलेशिया में लागू है. मलेशिया में संघीय राजशाही का बेहतरीन उदाहरण देखने को मिलता है. जहां हर पांच साल में प्रत्येक राज्य के शाही नेता आपस में चुनते हैं कि मलेशिया और संबंधित राज्यों का सम्राट या यांग डि-पर्टुआन एगोंग कौन होगा. वहीं इस देश में राजशाही भी संवैधानिक है, जो लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित निकाय को शासन करने की अनुमति देता है.
मिश्रित राजतंत्र
मिश्रित राजतंत्र उस व्यवस्था को कहते हैं, जिसमें राजा देश के लिए कुछ विशेष तरीकों से शक्तियों को विभाजित कर सकता है. शासन की यह व्यवस्था, जॉर्डन, लिकटेंस्टीन और मोरक्को में लागू है.
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