Cat Crying: व्यक्ति हो या जानवर रोना एक नेचुरल प्रक्रिया है. इमोशनली या कोई शारीरिक परेशानी होने पर आंसू निकालने वाली ग्लैंड एक्टिव हो जाती हैं. रोना एक निगेटिव एनर्जी से जुड़ा चैप्टर भी हेैं. कोई व्यक्ति रो रहा है तो उसे किसी हाल में अच्छा नहीं माना जाता. चूंकि पशु रोने को अभिव्यक्त नहीं कर पाता है. बस उसक हावभाव से ही समझ सकते हैं कि वह संकट में हैं. लेकिन आज बात करते हैं कि किसी के रोने भर से किसी व्यक्ति का जीवन या कारोबार संकट में पड़ सकता है. बिल्ली के रोने को लेकर ऐसी ही तमाम तरह की बातें है. आज हम इसी को क्लियर करेंगे कि आखिर बिल्ली रोती क्यों हैं. क्या कारण हैं, क्या वाकई शुभ और अशुभ होने का फंडा बिल्ली के रोने से जुड़ा है?
बिल्ली के रोने के पीछे कई कारण हैं
परिवार से अलग होने के कारण रोती है
बिल्ली को लोग पालने के लिए घरों में लाते हैं तब बिल्ली अपने परिवार बिछुड़कर आती है. उसे लोगों से मिलने जुलने में समय लगती है. अकेला पन महसूस कर वह रोने लगती है. इन्हीं कारणों की वजह से बिल्ली तनाव में रहती है.
बीमार होने पर
पशु, पौधे हो या व्यक्ति, सभी बीमार होते हैं. बीमार होने के लिए व्यक्ति शब्दों से अपनी परेशानी कम्यूनिकेट कर देता है, जबकि पशु रोकर या आंखों मेें पानी लाकर अपनी परेशानी बताता है. बिल्ली भी रोकर अपना दर्द बताने की कोशिश करती है.
उम्र बढ़ने पर
उम्र बढ़ने पर लोगों की तरह पशुओ ंमें भी शारीरिक दिक्कतें बढ़ने लगती हैं. उनमें कई तरह के चेजेंज देखने को मिलते हैं. उम्र बढ़ने के कारण बिल्लियां परेशान रहने लगती हैं और वह रोना शुरू कर देती हैं.
प्रेग्नेंसी होने पर
प्रेग्नेंट होने की कंडीशन में बिल्लियों के बॉडी में कई बदलाव देखने को मिलते हैं. उन बदलावों को झेलने में बिल्लियों को परेशानी होने लगती हैं. इसी कारण वह टेंशन में आ जाती हैं और रोना शुरू कर देती हैं.
भूख लगने पर
भूख लगने पर बड़े व्यक्ति तो नहीं रोते, लेकिन बच्चे जरूर रोना शुरू कर देते हैं. ऐसा ही पशुओं के साथ है. बिल्ली को जब भूख लगती है तो वह रोना शुरू कर देती है.
क्या रात में सही में ज्यादा रोती हैं बिल्ली?
क्या रात में सही में ज्यादा रोती हैं बिल्लियां? जानकार इसका जवाब देते हैं कि लोग बिल्ली पालने के शौकीन होते हैं. बिल्ली घर में नई आती है तो दिन तो परिवार के लोगों के साथ निकल जाता हैं. रात में अकेला होने पर वह बैचेन होेने लगती है. इस कारण वह रोने लगती है.
अब जानिए शुभ-अशुभ का फंडा
रात में बिल्ली के रोने के पीछे शुभ अशुभ होने का फंडा भी जुड़ा है. हालांकि कुछ लोग इसे मानते हैं और कुछ सिरे से नकार देते हैं. माना जाता है कि बिल्ली का रोना एक निगेटिव एनर्जी क्रिएट करता है. यह परविार के सदस्यों की हेल्थ, परिवार की ग्रोथ की लिहाज से बिल्कुल ठीक नहीं है. तंत्र-मंत्र की साधना करने वाले बिल्ली को काली शक्ति का प्रतीक मानते हैं. बिल्ली का रोना एक डरावना अनुभव होता है. इससे एक डर पैदा होता है. ऐसा माना जाता है कि बिल्ली के घर के बाहर या अंदर रोने से केाई अनहोनी होने वाली है. ऐसी भी मान्यता है कि बिल्ली को भविष्य में होने वाली घटनाओं का आभास हो जाता है. इसी कारण वह उस घर के आगे आकर रोती हैं. हालांकि शुभ और अशुभ के पीछे कोई साइंटिफिक लॉजिक नहीं है. इसलिए विज्ञान पर यकीन करने वाले इन बातों को नहीं मानते हैं.
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