अंधेरे में जानवरों की आंखे चमकते देख डर जाते हैं आप! आज जानिए ऐसा क्यों होता है
Animals Eye Shine: जानवरों की आंखों में इंसानों की तुलना में लाइट सेंसिटिव सेल ज्यादा होते हैं, जिन्हे रॉड्स कहते हैं. इन रॉड्स नाम के सेल के कारण ही ये अंधेरे में इंसानों से बेहतर देख पाते हैं.
Eye Shine Fact in Animals: अक्सर आपने देखा होगा कि अंधेरे में बिल्ली, कुत्ते, गाय या बाकी घरेलु जानवरों की आंखें चमकती हैं. अगर कभी आप रात में किसी ऐसे रास्ते से गुजरे होंगे जहां दोनों तरफ जंगल था और बीच में कोई जानवर दिखा होगा तो उसकी भी आंखें आपको चमकती नजर आई होंगी. बहुत से लोग तो जानवरों की आंखे ऐसे चमकती देख डर भी जाते हैं. बेशक जानवरों की आंखें चमकने का ये नजारा काफी हैरान करने वाला होता है, लेकिन क्या आपने कभी इस बारे में सोचा है कि आखिर जानवरों की आंखें अंधेरे में चमकती क्यों हैं? आज इस आर्टिकल में हम आपको इसी से जुड़ी जानकारी देंगे...
किनकी आंखे चमकती हैं?
द कन्वर्सेशन वेबसाइट की एक रिपोर्ट कहती है कि जानवरों की आंखें, इंसानों की आंखों से थोड़ी अलग होती हैं. प्रकृति ने उनकी आंखें ऐसी बनाई हैं कि वो अंधेरे या कम रोशनी में भी आराम से देख पाएं. इन जानवरों को रात में देखने की जरूरत इसलिए पड़ती है जिससे या तो ये शिकार कर सकें या फिर शिकारी से बच सकें. आमतौर पर बिल्ली और इसी की प्रजाति के जानवरों की आंखें अंधेरे में चमकती हैं. जैसे बिल्ली, शेर, चीता और बाघ आदि.
जानवरों की आंखें होती हैं इंसानों से अलग
रिपोर्ट के मुताबिक इंसानों की पुतलियों की तुलना में जानवरों की आंखों की पुतलियां 50 फीसदी ज्यादा बड़ी होती हैं. अंधेरे में इन जानवरों की आंखों की पुतलियां बेहद बड़ी हो जाती हैं. अगर बिल्ली की आंखों की बात करें तो इसकी आंखों में इंसानों की तुलना में लाइट सेंसिटिव सेल ज्यादा होते हैं, जिन्हे रॉड्स कहते हैं. इन रॉड्स नाम के सेल के कारण ही ये अंधेरे में इंसानों से बेहतर देख पाते हैं.
कैसे चमकती हैं जानवरों की आंखें?
जानवरों की आंखों के रेटिना के पीछे टेपटम लूसिडम नाम का एक टिशू होता है. इसे आईशाइन भी कहते हैं. ये उत्तक (Tissue) इंसानों में नहीं होता. इस टिशू का काम रोशनी को ग्रहण करके और इसे सिग्नल बनाकर दिमाग को भेजना होता है. जिससे दिमाग अंधेरे में सामने दिख रही चीजों की साफ तस्वीर बना पाता है. इस टिशू के कारण ही इनकी आंखें अंधेरे में चमकती हैं. बिल्ली की आंखों में मौजूद टेपडम लूसिडम टिशू की बनावट क्रिस्टल जैसे सेल्स की होती है. इसीलिए ये किसी कांच की तरह लाइट को रिफ्लेक्ट कर रेटिना में दोबारा भेज देता है. इससे जानवरों को सब साफ नजर आ जाता है. गौरतलब है कि सभी जानवरों की आंखें नहीं चमकती हैं. घरेलु कुत्तों की कई नस्लें ऐसी भी हैं, जिन्होंने वक्त के साथ इस शक्ति को खो दिया है. मछलियों की आंखें भी ऐसी ही होती हैं, क्योंकि उन्हें भी पानी के अंदर अंधेरे में देखना पड़ता है.
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