सर्दियों में पेड़ों से क्यों गिरने लगते हैं पत्ते?...क्या है इसके पीछे का कारण
Do You Know: दरअसल, यह सवाल इस प्रकार होता है कि बसंत ऋतु में पेड़ों के पत्ते क्यों गिरने लगते हैं?..न कि शीत ऋतु में. आइए अब जब सवाल सही हो गया है यो इसका सही जवाब भी जान लेते हैं...
Why Tree Leaves Fall Down in Spring Season: हरे भरे पेड़ पौधे किसको पसंद नहीं होते. शहरों में लोग अपने घरों तक में छोटे छोटे पौधे लगाते हैं. पेड़ वातावरण का शुद्ध करते हैं. आपने देखा होगा की हर भरे दिखने वाले इन पेड़ पौधे की पत्तियां सर्दियां आते ही गिरने लगती हैं. बच्चे तो अक्सर ये सवाल भी पूछते हैं कि सर्दियों में पेड़ों के पत्ते क्यों गिर जाते हैं? दरअसल, यह सवाल ही गलत है. क्योंकि, इस सवाल में Winter से तात्पर्य शीत ऋतु या वसंत ऋतु से है.
असलियत में यह प्रश्न यह नहीं होता है कि शीत ऋतु में पेड़ों के पत्ते क्यों गिर जाते हैं. क्योंकि, पेड़ों के पत्ते शीत ऋतु में नहीं गिरते हैं. बच्चों की किताब में जब इस प्रश्न के संदर्भ में Winter का उपयोग किया जाता है तो मूल रूप से वह यह पूछ रहा होता है कि बसंत ऋतु में पेड़ों के पत्ते क्यों गिर जाते हैं? शुद्ध हिंदी में इस प्रक्रिया को पर्ण विलगन कहा जाता है. हालांकि, भारत में कुछ पेड़ ऐसे भी हैं जो बसंत ऋतु में खिल जाते हैं. बसंत में इन पेड़ों पर पुष्प आते हैं और वह बहुत सुंदर लगते हैं.
बसंत ऋतु में क्यों गिर जाते हैं पत्ते?
अब जबकि सवाल सही हो गया है तो उसका सही उत्तर भी मिल ही जाएगा. दरअसल, पौधों में एक ऑक्सिन नामक हार्मोन होता है. यह हार्मोन ही उन्हें बढ़ने में मदद करता है. यह हार्मोन ही है जो पौधे को सूर्य की दिशा में मुड़ने के लिए प्रेरित करता है, जिससे कि उसके पत्ते अधिक से अधिक सूर्य के प्रकाश का अवशोषण कर सकें और पौधे का समुचित विकास हो सके.
पत्ती गिरने से लाभ
बसंत ऋतु में प्रत्येक पत्ती के आधार पर एक विलगन परत बनती है. सर्दियों में तापमान घटने के कारण ऑक्सिन का उत्पादन भी धीमा हो जाता है और यह विखंडन परत को तोड़ देता है. इस कारण पेड़ों से पत्तियां अलग हो जाती हैं. एक नज़रिए से देखें तो यह काफी अन्याय पूर्ण लगता है लेकिन प्रकृति का कमाल देखिए, पत्तियों के गिर जाने की वजह से पेड़ सर्दियों में कम ऊर्जा में भी जीवित रह पाते हैं. सर्दियों में सूरज की रोशनी बहुत कम समय के लिए दिखती है. ऐसे में इस मौसम में अगर पेड़ों से पत्तियां अलग नहीं होंगी तो पेड़ को अधिक ऊर्जा की जरूरत पड़ेगी और ऐसी स्थिति में वह कमजोर हो सकता है या फिर खत्म भी हो सकता है.
एक फायदा और...
इसमें प्रकृति का दूसरा चमत्कार यह है कि पेड़ों से गिरी हुई ये पत्तियां, कचरा नहीं होती हैं. बल्कि, ये पत्तियां मिट्टी में पोषक तत्वों को जोड़ने का काम करती हैं. इन्हीं पत्तियों के कारण बसंत ऋतु के बाद पेड़ मिट्टी से से पोषण प्राप्त करता है और उसकी जड़े मजबूत हो जाती हैं. पेड़ों को उनकी ग्रोथ का लिए जो पोषक तत्व चाहिए, जैसे फॉस्फोरस, मैग्नेशियम आदि, वे उनको इन्हीं सूखी पत्तियों से मिल जाते हैं और हम इन्हे कचरा समझकर फेंक देते हैं.
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