दुनिया के अलग अलग हिस्सों में अलग अलग तरह के लोग पाए जाते हैं. हम जिन लोगों की बात कर रहे हैं वो अफ्रीका एक हिस्से में पाए जाते हैं. इन्हें पूरी दुनिया मसाई जनजाति (Masai Tribe) के नाम से जानती है. ये एक ऐसी जनजाति हैं जो आम लोगों के संपर्क में तो हैं, लेकिन फिर भी अलग दिखते हैं. इन्हें आप दूर से ही देख कर पहचान सकते हैं.
दरअसल, मसाई लोग लाल रंग के चटक कपड़े पहनते हैं, जिसे सुका कहा जाता है. ये कपड़े इनकी पहचान हैं. ये लोग भले ही धीरे धीरे आधुनिक हो रहे हैं, लेकिन अपनी परंपराओं को लेकर ये आज भी अडिग दिखाई देते हैं. चलिए आपको इनके बारे में और बताते हैं.
गाय का खून क्यों पीती है ये जनजाति
मसाई जनजाति के लोग अफ्रीका के केन्या में रहते हैं. जैसे ही आप इनके इलाके में जाएंगे आपको ये दूर से ही अपने लाल रंग के कपड़ों में दिख जाएंगे. गाय का खून पीने की इनकी परंपरा आज की नहीं बल्कि सदियों पुरानी है. इनकी परंपरा के मुताबिक ये खून इन्हें हर तरह की बीमारियों से बचाता है और इन्हें हर तरह के नशे से दूर रखता है. खास बात ये है कि ये लोग खून पीने के लिए गाय को जान से नहीं मारते हैं. बल्कि गाय के शरीर में एक छोटा सा छेद करके ये लोग खून पीने की परंपरा को निभाते हैं.
परिजनों के शवों के साथ ये क्या करते हैं
अलग अलग धर्मों में लोगों के अंतिम संस्कार की अलग अलग परंपराएं हैं. हालांकि, ज्यादातर लोग अंतिम संस्कार के दौरान शव को या तो जला देते हैं या फिर दफना देते हैं. जबकि, मसाई लोग ऐसा कुछ नहीं करते. इनके परंपरा के अनुसार, शव को दफनाने से मिट्टी दूषित हो जाती है. यही वजह है कि जब इनके समुदाय में किसी की मौत होती है तो ये लोग मृत शरीर को जंगल में ऐसे ही छोड़ देते हैं ताकि जानवर उससे अपनी भूख मिटा सकें. इस परंपरा का पालन मसाई लोग सदियों से करते आए हैं और आज भी इसी परंपरा से वो अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करते हैं.
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