स्विमिंग एक बेहतरीन एक्सरसाइज है. लोग फिट रहने के लिए स्विमिंग करते हैं. लेकिन क्या आपने कभी नोटिस किया है कि बहुत ज्यादा देर तक जब आप स्विमिंग पूल में रहते हैं तो आपके ब्लैडर ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं. साफ भाषा में कहें तो क्या आपको भी लगता है कि जब आप स्विमिंग पूल में बहुत ज्यादा देर तक रहते हैं तो आपको पेशाब तेज लगती है. यहां तक कि कई बार लोग इसकी वजह से स्विमिंग पूल में ही पेशाब कर देते हैं. तो चलिए जानते हैं कि आखिर इसके पीछे की मेन वजह क्या है और साइंस इसे लेकर क्या कहता है?
क्यों होता है ऐसा
एक स्टडी में पाया गया कि 110000 गैलन वाले स्विमिंग पूल में लगभग 8 गैलन यूरिन होता है. यानी स्विमिंग पूल में नहाने वाले लोग उसमें पेशाब कर देते हैं. ऐसा क्यों होता है? क्या स्विमिंग पूल में कुछ देर बिताते ही आपके ब्लैडर पर इतना प्रेशर बनने लगता है कि आप अपने पेशाब को कंट्रोल नहीं कर पाते और पूल में ही कर देते हैं. शायद हां. मेंटल फ्लॉस में छपी एक खबर के मुताबिक, यह सब कुछ होता है Immersion Diuresis की वजह से.
दरअसल, पानी के अंदर जब आपके शरीर में यह स्थिति उत्पन्न होती है तो आपका शरीर पेशाब को कंट्रोल नहीं कर पाता और आप स्विमिंग पूल में ही पेशाब कर देते हैं. बहुत देर तक पानी में रहने की वजह से जैसे ही यह स्थिति आपके शरीर में उत्पन्न होती है, खून तेजी से आपके इंटरनल ऑर्गन्स में दौड़ने लगता है और यह आपका ब्लड प्रेशर भी बढ़ा देता है, जिसकी वजह से आपकी किडनी में एक्टिविटी तेज हो जाती है और आपका शरीर अंदर मौजूद लिक्विड को तेजी से बाहर निकालने की कोशिश करता है. इसी वजह से स्विमिंग पूल के अंदर लोगों को पेशाब तेजी से लगता है.
जब आप पानी में अंदर जाते हैं तो क्या होता है?
जब आप पानी के अंदर गहरी डाइव लगाते हैं तो Immersion Diuresis की स्थिति और बढ़ जाती है. जैसे ही वाटर का प्रेशर बढ़ता है वैसे ही आपका ब्लड प्रेशर भी इंक्रीज होने लगता है और आपकी किडनी तेजी से शरीर के अंदर मौजूद पानी को फिल्टर करने लगती है. ऐसी स्थिति में आपको पेशाब तेज लगता है. ठंडे पानी के साथ भी ऐसा ही होता है. जब आप कभी बेहद ठंडे पानी में नहाने जाते हैं तो आपको तेज पेशाब लगता है. यहां तक की ओलंपिक के स्विमर्स ने भी यह माना है कि उन्होंने पूल में पेशाब किया है.
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