Why do Nails Grow: हम छोटे से बड़े होते हैं, वयस्क बनते हैं और फिर बूढ़े होते हैं. जीवनभर हमारे शरीर में बदलाव होते रहते हैं. हमारे जीवन में विकास और वृद्धि, ये दो प्रक्रियाएं चलती हैं. विकास जीवनभर चलता है, लेकिन वृद्धि कुछ समय के बाद रुक जाती है, जैसे हमारी लम्बाई बढ़ती है लेकिन कुछ समय के बाद यह स्थिर हो जाती है. इसी तरह नाखून भी हमारे शरीर का हिस्सा होते हैं, लेकिन नाखून जिंदगी भर बढ़ते रहते हैं. हमें बार-बार इन्हे काटना पड़ता है. 


वैसे तो नाखूनों की कोई खास उपयोगिता नही समझी जाती है, किंतु नाखून कई तरह से हमारे लिए उपयोगी ही होते हैं. कई कार्य हैं, जिनमें नाखूनों का महत्व होता है. लेकिन, क्या कभी सोचा है कि नाखून जिंदगी भर क्यों बढ़ते रहते हैं? ये बने किस चीज से होते हैं? और रोजाना ये कितने बढ़ जाते हैं? अगर आप इसका जवाब नही जानते हैं तो आज हम आपको इसका जवाब बताते हैं. 


कितने बढ़ते हैं नाखून?
हम सब एक हफ्ते या दो हफ्ते में एक बार अपने नाखून जरूर काटते हैं. नाखून एक प्रकार की मृत कोशिकायें होती है. नाखूनों के बढ़ने के लिए नई कोशिकाओं का पैदा होना बहुत जरूरी होता है और इसके लिए ग्लूकोज की आवश्यकता पड़ती है. हमारे नाखून रोजाना लगभग 0.11 मिलीमीटर की दर से बढ़ते रहते हैं. उम्र बढ़ने के साथ ही इनके बढ़ने की गति भी धीमी हो जाती है.


ये कैसे बढ़ते हैं?
नाखूनों के ठीक नीचे कोशिकाओं की एक परत बनीं होती है जिसे जीवाणु-जाल कहा जाता है. यह परत बहुत बड़ी संख्या में कोशिकाओं का निर्माण करती है. इससे नाखून के नए भाग बनते हैं. नाखून जड़ से बनने वाली जीवित कोशिकाओं का Keratinization होता रहता है. नाखून के आसपास की त्‍वचा मृत हो जाती है जिससे इन्हे बढ़ने में कोई परेशानी नहीं होती है. नाखूनों की जड़ cuticle के अंदर छिपी होती है. यहीं से इनका बढ़ना प्रारंभ होता है. इसकी जड़ में नई कोशिकाएँ बनती रहती हैं और वो पुरानी कोशिकाओं को बाहर की ओर धकेलती हैं. ये कोशिकाएं बाहर ये कठोर दिखाई देती हैं, जिन्हें आमतौर पर नाखून कहा जाता है. ये कोशिकाएँ Keratin नाम के एक प्रोटीन से बनी होती हैं. Cuticle के पास की त्वचा में स्थित छोटी-छोटी Blood Vessel से नाखूनों को पोषण मिलता है.


क्या मरने के बाद भी बढ़ते हैं नाखून?
नाखूनों के बढ़ने के लिए नई कोशिकाओं का बनना ज़रूरी होता है. ग्लूकोज़ के बिना नाखूनों का बढ़ना संभव नहीं है. नाखून के ठीक नीचे जो कोशिकाओं की परत होती है जिसे जीवाणु-जाल कहते हैं, यह बड़ी मात्रा में कोशिकाओं का उत्पादन करती है और इससे नाखून के नए भाग का निर्माण होता है. नई कोशिकाएं पुरानी को आगे ठेलती हैं जिससे नाखून बढ़ते हुए लगते हैं. मृत्यु ग्लूकोज़ की आपूर्ति पर रोक लगा देती है इसीलिए नाखूनों का बढ़ना भी रुक जाता है. हालांकि, मौत होने पर स्किन की कोशिकाएं सूखने लगती हैं जिससे नाखून बढ़े हुए लगते हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं होता है.


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