दुनियाभर में जानवरों का शिकार बड़े पैमाने पर होता है. कुछ जानवरों को उनकी खाल, मांस के लिए मारा जाता है तो कुछ जानवरों को उनकी हड्डियों के लिए. वहीं हाथी का शिकार उसके दांतों के लिए किया जाता है. जबकि, गैंडों को उनकी सींघ के लिए मार दिया जाता है. 


खासतौर से अफ्रीकी देशों और दक्षिण एशियाई देशों में जानवरों से जुड़ी चीजों की डिमांड ज्यादा है. चीन और ताइवान दो ऐसे देश हैं जहां इनकी डिमांड सबसे ज्यादा होती है. चीन तो सदियों से इन जानवरों से बनने वाली दवाईयों के लिए जाना जाता है. बाघ के प्राइवेट पार्ट्स से बनी वाइन भी यहीं बिकती है.


क्यों पी रहे बाघ के प्राइवेट पार्ट्स से बनी वाइन


डीडब्लू की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में बाघों को उनकी खाल और हड्डियों के लिए मारा जाता है. वहीं चीन में इनका शिकार यौन शक्ति बढ़ाने वाली दवाईयों को बनाने के लिए होता है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में बाघ के जननांग यानी प्राइवेट पार्ट और हड्डियों को चावल से बने वाइन में भिगो कर रखा जाता है और फिर कुछ दिन बाद इसे पुरुषों को परोसा जाता है. 


चीन के पुरुषों में एक खास वर्ग मानता है कि ऐसा करने से उनके यौन शक्ति में वृद्धि होगी. यही वजह है कि लड़कों के बीच इस वाइन कि डिमांड काफी ज्यादा रहती है. कुछ खास मौकों पर तो लोग इस वाइन के लिए मोटा पैसा खर्च करने से भी पीछे नहीं हटते.


बाघ का खून पीने वाला शख्स


साल 2014 में डेली मेल ने एक रिपोर्ट छापी थी, जो उन दिनों काफी चर्चा में थी. दरअसल, दक्षिण कोरिया के Gwangji Province में रहने वाले एक शख्स पर आरोप लगा कि उसने अवैध तरीके से कई बाघों का शिकार किया. सबसे बड़ी बात कि वह इन बाघों का शिकार उनके खून और प्राइवेट पार्ट के लिए करता था. दरअसल, ये शख्स इन बाघों का शिकार कर के उनका खून पीता था और उनके प्राइवेट पार्ट को खा जाता था. इस मामल में कोर्ट ने इस शख्स को 13 साल की सजा भी सुनाई थी. इसके अलावा कोर्ट ने इस पर 25000 डॉलर का जुर्माना भी लगाया था. 


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