भारत देश में हर राज्य के पुलिस विभाग का अपना एक अलग ड्रेस कोड होता है. हालांकि, इस ड्रेस कोड में कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जो हर राज्य में ज्यादातर एक जैसी होती हैं. इसमें जूते भी शामिल हैं. दरअसल, यूपी पुलिस हो या एमपी पुलिस या फिर देश के किसी और राज्य की पुलिस... आपने हमेशा गौर किया होगा कि पुलिस कांस्टेबल के जूतों और पुलिस अधिकारियों के जूतों में फर्क दिखता है. ये फर्क रंग का होता है. दरअसल, पुलिस अधिकारी हमेशा भूरे रंग का जूता पहनते हैं, लेकिन पुलिस कांस्टेबल काले जूते में दिखते हैं. अब चलिए जानते हैं इसके पीछे का कारण क्या है?
जूतों में फर्क क्यों?
ये सवाल कई लोगों के मन में होगा कि जब पुलिस अधिकारियों में फर्क करने के लिए स्टार, बैज, और स्ट्रिप हैं ही तो फिर जूतों में फर्क क्यों? दरअसल, इसका सीधा सा जवाब ये है कि हर फोर्स का अपना एक नियम कानून होता है, जो ड्रेस कोड पर भी लागू होता है. यूपी पुलिस के साथ भी ऐसा ही है. यूपी पुलिस यूनिफॉर्म कोड के तहत ही ये तय किया गया है कि किस पद के कर्मचारी किस रंग के जूते पहनेंगे. आपको बता दें, कांस्टेबल जैसे ही हेड एएसआई बनता है और उसके कंधे पर एक स्टार लगता है, वैसे ही उसके जूतों का रंग बदल जाता है.
इंस्पेक्टर में होते हैं तीन पद
ज्यादातर लोगों को लगता है कि इंस्पेक्टर के लिए पुलिस में सिर्फ दो पद होते हैं, पहला असिस्टेंट इंस्पेक्टर और दूसरा सब इंस्पेक्टर. लेकिन ऐसा नहीं है. इसमें तीन पद होते हैं. पहला असिस्टेंट इंस्पेक्टर उसके बाद सब इंस्पेक्टर फिर तीसरे और इस पद में टॉप नंबर पर होता है इंस्पेक्टर का पद. अब इन तीनों में अंतर जान लीजिए. असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (ASI) की रैंक, हेड कॉन्स्टेबल के बाद होती है. आपको इनकी वर्दी पर एक लाल और नीली पट्टी के साथ एक स्टार लगा दिखाई देता है. इसके बाद सब इंस्पेक्टर (SI) की रैंक होती है. इसे ऑफिसर रैंक माना जाता है.
आपको बता दें, सब इंस्पेक्टर की यूनिफॉर्म पर लाल और नीली रंग की पट्टी लगी होती है और इसके साथ ही 2 स्टार लगे होते हैं. तीसरे नंबर पर होता है इंस्पेक्टर का पद. इंस्पेक्टर किसी भी थाने का इंचार्ज होता है. आपको इनकी वर्दी पर एक लाल और नीली स्ट्रिप लगी दिखाई देगी और इसके साथ ही इनकी वर्दी पर आपको तीन स्टार लगे दिखाई देंगे.
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