घड़ी पहनने का शौक बहुत लोगों को होता है. लेकिन शौक से ज्यादा घड़ी हमारे जीवन का अभिन्न अंग है. क्योंकि घड़ी समय बताता है और समय के बिना हमारा जीवन रूक जाएगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हाथ और दीवार दोनों घड़ियों में टिक-टिक की आवाज क्यों आती है. आज हम आपको बताएंगे कि इसके पीछे की वजह क्या है.  


घड़ी


आज के वक्त अधिकांश लोग स्मार्ट वॉच पहनना और घर में दीवार पर भी स्मार्ट वॉच लगाना पसंद करते हैं. लेकिन अभी भी लगभग हर घर में वो घड़ियां मौजूद हैं, जिनसे टिक-टिक की आवाज आती है. अब सवाल ये है कि घड़ियों से टिक-टिक की आवाज क्यों आती है?. दरअसल टिकटिक घड़ियों में बैलेंस व्हील के दो फोर्क की  घूमते हुए पहिये से बारी-बारी से टकराने की आवाज़ है. बता दें कि सुई के दो घाट बने होते हैं, जो अलग-अलग दिशाओं में रहते हैं. जब ये एक सेकेंड या एक मिनट आगे बढ़ते हैं, तो एक घाट छोड़कर दूसरे घाट में जाकर बैठते हैं. ऐसे में ये लगातार गोल व्‍हील से टकराते हैं, जिनसे आवाज निकलती है.


टिकटिक की इस आवाज को तकनीकी तौर पर साउंड ऑफ एसकैपेमेंट कहते हैं. घड़ी को खोलकर जब आप देखेंगे तो जो एक पहिया घूमता है उसे एस्केप व्हील कहते हैं. वहीं उसके घूमने की गति को ऊपर वाले बैलेंस व्हील के दो फोर्क कंट्रोल करते हैं. इसके अलावा नीचे का पीला पहिया घड़ी के बाकी सुइयों से जुड़ा रहता है, और इस तरह घंटा , मिनट और सेकंड का समय कंट्रोल क‍िया जाता है. 


नई घड़ियों में टिकटिक नहीं


आज कुछ डिजिटल घड़ियां भी पेंडुलम घड़ियों की तरह आवाज निकालती हैं. लेकिन उनका शोर इतना ज्‍यादा नहीं होता है. बाजार में आज के वक्त अब ऐसी कई घड़ियां आ गई हैं, जो बिना आवाज के चलती हैं. हालांकि कुछ घड़ियों से एक दम थोड़ी सी आवाज आती है. वहीं दीवार घड़ियों में यह आवाज काफी तेज होती है. इसके अलावा कुछ नई तकनीक के स्मार्ट वॉच में तो बिल्कुल भी आवाज नहीं आती है


. क्योंकि नई तकनीक के स्मार्ट वॉच की तकनीक पहिया पर नहीं होती है. बल्कि नई तकनीक के स्मार्ट वॉच डिजिटल होते हैं. ऐसे ही दीवार वाली घड़ियां भी डिजिटल हो गई हैं, जिसमें सुई नहीं घूमती है. ये सिर्फ नंबर में समय बताता है. ये घड़ियां ठीक वैसे ही काम करते हैं, जैसे हाथ में पहनने वाले स्मार्ट वॉच काम करते हैं.  


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