आंसू क्यों आते हैं? क्या रोने का भी कोई फायदा होता है? पढ़िए क्या कहता है विज्ञान
Tears On Crying: आंसू भी तीन तरह के होते हैं. पहले किसी एलर्जी, इंफेक्शन आदि की वजह से आते है. दूसरे होते हैं आंख में कुछ चले जाने पर आने वाले और तीसरे होते हैं, भावनात्मक...
Why Tears Come From Eyes: अक्सर आपने देखा होगा कि जब भी कोई रोता है तो उसकी आंखों से आंसू आने लगते हैं. क्या कभी आपने ये सोचा है कि आखिर रोते समय आंखों में आंसू क्यों आते हैं? आंसू आने की असली वजह क्या होती है? आखिर भावनाओं और आंसूओं के बीच क्या कनेक्शन होता है. असल में आंखों से आंसू आने के पीछे भी विज्ञान होता है. आइए जानते हैं रोने पर आने वाले आंसूओं के पीछे क्या विज्ञान है और ऐसा किस वजह से होता है.
आंसुओं के प्रकार
आंसू भी तीन तरह के होते हैं. पहले आंसू वो होते हैं,जो एलर्जी, इंफेक्शन या फिर आंखों में कोई दिक्कत होने पर आते हैं. इन इंफेक्शन आंखों को वॉटरी आइज कहते हैं और ये आंसू आंखों में कोई ना कोई दिक्कत होने पर आते हैं. दूसरे आंसू वो होते हैं, जो तेज हवा या मौसम आदि की वजह से आंख में आते हैं. लेकिन एक तीसरे तरह के आंसू होते हैं, जिनका कारण हमारे रोने या भावनाओं से जुड़ा होता है.
रोने पर क्यों आते हैं आंसू
जब भी हम किसी भावना के एक्स्ट्रीम पर पहुंचते हैं तो आंखों में आंसू छलकने लगते हैं. इसका कारण ये है कि जब भी कोई इमोशनल होता है या फिर किसी भी भावना के एक्स्ट्रीम पर होता है तो शरीर में कई तरह की प्रतिक्रिताएं होती हैं. यह दुख या खुशी, किसी भी वक्त हो सकता है. ज्यादा खुशी में भी आंखों से आंसू आ जाते हैं. इसके अलावा तेज गुस्से में या बहुत अधिक डर जाने के वक्त भी हमारी आंखों से आंसू निकल आते हैं.
हम क्यों रोते हैं?
भावनाओं के एक्सट्रीम पर पहुंचने पर शरीर में कई तरह के हॉर्मोनल चेंज भी होते हैं, इसमें एड्रनीलिन लेवल में बदलाव आदि शामिल है. इन हार्मोन्स में होने वाले बदलाव का सीधा असर आंखों पर होता है. इस वजह से आंखों में पानी आने लगता है. आंसुओं की तीसरी श्रेणी, यानी क्राइंग आंसू भावनात्मक प्रतिक्रिया के तौर पर आते हैं. दरअसल, हमारे मस्तिष्क में एक लिंबिक सिस्टम होता है. इसी में ब्रेन का हाइपोथैलेमस होता है, जो नर्वस सिस्टम से सीधे संपर्क में रहता है. इसी सिस्टम का न्यूरोट्रांसमीटर संकेत देता है और किसी भावना के एक्सट्रीम पर हम रो देते हैं.
रोने से होता है फायदा
भले ही आपको ये जानकार हैरानी हो, लेकिन किसी इमोशन के ज्यादा होने पर अगर आप रो देते हैं तो यह आपके शरीर के लिए अच्छा होता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि रोने से ना सिर्फ आखों का स्वास्थ्य बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक रहता है
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