Night Dreams: हमें अक्सर समपने आते हैं. कई बार सपने हमें दैनिक दिनचर्या से मिलते-जुलते ही नजर आते हैं. हालांकि सपने में देखी गई कहानी मिलती जुलती होने के बाद भी थोड़ अलग होती हैं. ऐसे में अक्सर हमें जो सपने याद रह जाते हैं हम उनके बारे में सोचने लगते हैं कि आखिर इसका मतलब क्या था. तो चलिए आज इसी के बारे में जानते हैं.
क्यों दिन में देखी हुई चीजें रात में सपने में आती हैं नजर
आज के समय में हर व्यक्ति की लाइफस्टाइल बहुत बिजी हो गई है. ऐसे में उन्हें कम ही समय मिलता है कि वो फ्री होकर शांति से कुछ सोच सकें. उनके दिमाग में वही अपने काम, इनकम और बीमारी जैसी चीजों के बारे में चलता रहता है. यही उनकी एंजायटी और डिप्रेशन का कारण भी बनती है. ऐसे में साइंटिस्ट की मानें तो जो लोग गंभीर व्यक्तित्व के होते हैं वो दिनभर में होने वाली गतिविधियों को अपने दिमाग में रखते हैं. ऐसे में रात के समय में उनके दिमाग को जैसे ही थोड़ा आराम मिलता है तो उनका दिमाग वही बातें सोचने लगता है. यही चीजें हमारे दिमाग में रात में सपनों के रूप में भी नजर आती हैं.
सदमा लगने पर भी आते हैं सपने
कई बार हमारे जीवन में कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती हैं जिनसे हमें सदमा लग जाता है. इस सदमों से कई बार हम उबर नहीं पाते और दिन में वही चीजें दिमाग में चल रही होती हैं. कई बार यही चीजें रात में सपनों का रूप भी ले लेती हैं.
प्रग्नेंसी के दौरान भी आते हैं सपने
वहीं जब महिलाएं प्रेग्नेंट होती हैं तब वो कई हार्मोनल चेंजेस से गुजर रही होती हैं. इस दौरान वो मानसिक रूप से भी काफी सेंसेटिव हो जाती हैं. यही उनके सपनों की भी वजह होती है. या साफ शब्दों में कहें तो यही वजह होती है उनकी दिन की गतिविधियों को रात में सपनों का आकार देने की.
यह भी पढ़ें: Matka: कैसे होता है मटके का पानी ठंडा, आखिर इस देशी फ्रीज में है कौनसी तकनीक