कुछ समय पहले ही गुजरात के सूरत में लिफ्ट में फंसने से 12 साल के मासूम की मौत की खबर सामने आई थी. इसके अलावा भी आए दिन लिफ्ट में फंसने से मौत की खबरें सामने आती रहती हैं. कई लोगों को लिफ्ट में फंसने पर घबराहट होने लगती है. लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर लिफ्ट बंद हो जाने या फंस जाने पर ऐसा क्यों महसूस होने लगता है? क्या लिफ्ट फंस जाने पर उसमें हवा आना बंद हो जाती है? चलिए आज आपने इन सवालों का जवाब जान लेते हैं.


लिफ्ट फंसने पर क्यों होने लगती है घबराहट?


दरअसल चारों तरफ से लिफ्ट बंद होने की वजह से लोगों को क्लस्ट्रोफोबिया हो जाता है. क्लस्ट्रोफोबिया सीमित जगह में होने वाली घबराहट होती है. ये कई जगहों पर हो सकती है. जैसे लिफ्ट के बंद होने पर, अंधेरा होने पर या अकेले लिफ्ट से आने-जाने पर घुटन सी महसूस होने लगती है. इसी वजह से लिफ्ट में शीशे लगाए जाते हैं, जिससे होने वाली घबराहट को कम किया जा सके. वहीं लिफ्ट में हवा के लिए छिद्र दिए गए होते हैं, जिससे हवा आती रहती है, हालांकि ये इसपर भी निर्भर करता है कि लिफ्ट किस जगह फंसी है. यदि वो ऐसी जगह फंस जाती है जहां हवा की पहुंच नहीं है तो लिफ्ट में हवा पहुंचना मुश्किल होता है.


लिफ्ट में फंस जाएं तो क्या करें?


लिफ्ट में फंस जाने पर सबसे पहले आपको अलार्म बटन को दबाना चाहिए. इससे लिफ्ट मैनेज करने वाले या पूरी बिल्डिंग को पता चल सकेगा कि कोई लिफ्ट में फंस गया है. इससे जल्द से जल्द से आपकी मदद के लिए कोई तो पहुंचेगा. इसके बाद लिफ्ट में दिए गए फोन वाले बटन को दबाएं और सिक्योरिटी गार्ड को अपने लिफ्ट में फंसने की जानकारी जल्द से जल्द दें.


यदि आपकी लिफ्ट रुक गई है तो पैनिक होने से बचना चाहिए. कभी भी लिफ्ट के अदंर से दरवाजे को जबरदस्ती खोलने और हाथ से रोकने से बचना चाहिए. ये हरकत आपको ज्यादा परेशानी में डाल सकती है. इसके अलावा आग लगने या भूकम्प की सिचुएशन में भी लिफ्ट के इस्तेमाल से बचना चाहिए.                                                               


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