Goosebumps: आपने महसूस किया होगा कि जब हम अपना कोई फेवरेट गाना सुनते हैं तो बीच-बीच में बॉडी में एक लहर-सी दौड़ जाती है और हमारे रोंगटे खड़े हो जाते हैं. ऐसा हमारे साथ कई और परिस्थितियों में भी होता है; जैसे हॉरर फिल्म देखते हुए या फिर सर्दियों में भी ऐसा अक्सर होता रहता है. क्या आपने कभी सोचा है कि रोंगटे क्यों खड़े होते हैं? इसके पीछे क्या कारण हो सकता है? दरअसल, इसके पीछे का मुख्य कारण शरीर विज्ञान और इससे जुड़ी भावनाएं हैं.


रोंगटे खड़े होने की प्रक्रिया को अंग्रेजी में "goosebumps" कहा जाता है. मेडिकल में, रोंगटे खड़े होने को पाइलोएरेक्शन (Piloerection), कटिस एनसेरिना (Cutis Anserina) या हॉरिपिलेशन (Horripilation) कहा जाता है. यह एक बहुत ही सामान्य शारीरिक घटना है. यह तब होता है जब हमारी त्वचा पर छोटे-छोटे उभार बन जाते हैं, जिससे हमारे शरीर पर बाल सीधे खड़े हो जाते हैं. इस घटना को रोंगटे खड़े हो जाना कहा जाता है.


रोंगटे खड़े होने का वैज्ञानिक कारण एड्रेनालाईन नामक तनाव हार्मोन है. जब हम कोई डरावनी फिल्म देखने के कारण डर का अनुभव करते हैं, तो किडनी के ऊपर स्थित एड्रेनल ग्रंथि शरीर में एड्रेनालाईन छोड़ती है. एड्रेनालाईन हार्मोन पूरे शरीर में फैल जाता है, जिससे त्वचा के नीचे की मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं और परिणामस्वरूप रोंगटे खड़े हो जाते हैं.


डर के मारे रोंगटे खड़े होना


कभी-कभी जब आप डर जाते हैं तो आपके हाथों और पैरों पर अचानक से बाल खड़े हो जाते हैं. जब आप कोई डरावनी फिल्म या डरावना वीडियो देखते हैं, तो आपके रोंगटे खड़े हो सकते हैं.  कभी-कभी किसी पुरानी घटना को याद करने से भी रोंगटे खड़े हो सकते हैं.


म्यूजिक सुनने पर क्यों खड़े होते हैं रोंगटे


अक्सर, जब कुछ लोग एक विशेष प्रकार का संगीत सुनते हैं, तो उनके रोंगटे खड़े हो जाते हैं, जो उन्हें दूसरों से अलग करता है.  उनके मस्तिष्क में कई नसें श्रवण प्रांतस्था (Auditory Cortex) से जुड़ी होती हैं. यह उनके मस्तिष्क को संगीत की भावनात्मक सामग्री (गाने के बोल या फिर म्यूजिक) के प्रति अत्यधिक संवेदनशील बनाता है. जिसके चलते रोंगटे खड़े हो जाते हैं, जो दर्शाता है कि ऐसे व्यक्ति गाने के बोलों या फिर म्यूजिक के साथ एक मजबूत भावनात्मक जुड़ाव महसूस करते हैं.


ठंड लगने के कारण रोंगटे खड़े हो जाना


अक्सर, जब हमें अत्यधिक ठंड लगती है, तो अचानक हमारे रोंगटे खड़े हो जाते हैं. ठंड के मौसम में रोंगटे खड़े होने की क्रिया हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है. जब आपके रोंगटे खड़े हो जाते हैं तो आपके शरीर पर बाल (रोम) भी खड़े हो जाते हैं, जो आपकी त्वचा को गर्म रखने में मदद करते हैं.


अत्यधिक भावुक होने के कारण रोंगटे खड़े हो जाना


जब आप किसी बात को लेकर अत्यधिक भावुक हो जाते हैं तो आपके रोंगटे खड़े हो सकते हैं. कभी-कभी, भावनात्मक प्रतिक्रियाओं में अचानक परिवर्तन होते हैं, जिससे यह घटना होती है. इसके पीछे का कारण तनाव हार्मोन एड्रेनालाईन है, जो अचेतन अवस्था में रिलीज होता है और शरीर में रोंगटे खड़े कर देता है.


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