पेरिस ओलंपिक 2024 में इस बार पाकिस्तान के अरशद नदीम ने जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीता है. लेकिन उनके गोल्ड मेडल जीतने के बाद से ही सोशल मीडिया पर एक नया बवाल शुरू हो गया है. सोशल मीडिया यूजर्स का दावा है कि अरशद नदीम के गोल्ड जीतने के बाद उनका डोप टेस्ट कराया गया था, जिसमें सामने आया है कि उन्होंने नशीले पदार्थ का सेवन किया था. आज हम आपको बताएंगे कि कोई भी खिलाड़ी डोपिंग टेस्ट में पॉजिटिव कब आता है.
क्या है डोप टेस्ट?
पहले ये जानते है कि डोप टेस्ट क्या होता है. बता दें कि डोप टेस्ट दुनिया के लगभग सभी स्पोर्ट्स इवेंट्स में करवाया जाता है. इस जांच को करने के लिए आमतौर पर पेशाब और रक्त का सैंपल लिया जाता है. दरअसल इस जांच का उद्देश्य यह जानना होता है कि किसी एथलीट ने कोई ड्रग, ताकत बढ़ाने की टैबलेट या कोई और नशीला पदार्थ का सेवन करके तो गेम में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. इतना ही नहीं इस बार पेरिस ओलंपिक में भी कुछ खिलाड़ी डोपिंग के दोषी पाए जा चुके हैं.
सोशल मीडिया पर दावा?
बता दें कि सोशल मीडिया पर लोग विशेष तौर पर पाकिस्तान के अरशद नदीम के खिलाफ कार्यवाई करने की मांग कर रहे हैं. दरअसल सोशल मीडिया पर यूजर्स कह रहे हैं कि नदीम ने ओलंपिक में नशीले पदार्थ का सेवन करके भाला फेंका था. वहीं कुछ यूजर्स ये भी कह रहे हैं कि नदीम का चेहरा देखकर लग रहा है कि उन्होंने कुछ नशा किया था. सोशल मीडिया पर नदीम को ट्रोल किया जा रहा है.
नीरज चोपड़ा को गोल्ड देने की मांग
बता दें कि खेलों में डोप टेस्ट करवाने की प्रथा बहुत लंबे समय से चल रही है. अक्सर मेडल जीतने के बाद एथलीटों का तुरंत डोप टेस्ट करवाया जाता है. वहीं जेवलिन थ्रो प्रतिस्पर्धा समाप्त होने के बाद पाकिस्तान के अरशद नदीम के साथ भारत के नीरज चोपड़ा और ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स का भी डोप टेस्ट करवाया गया था. इस दौरान मैदान में रहते ही उनकी जांच की रिपोर्ट भी आ गई थी, अगर रिपोर्ट्स में कुछ गड़बड़ होता तो ओलंपिक कमेटी उसी वक्त नदीम के खिलाफ कार्रवाई करके उन्हें खेल से बाहर करती और नीरज चोपड़ा को गोल्ड मेडल दिया जाता.
डोप टेस्ट पॉजिटिव
खेलों में डोप टेस्ट कराना आम प्रकिया है. लेकिन बता दें कि किसी भी खिलाड़ी का अगर डोप टेस्ट पॉजिटिव आता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होती है और उसे खेल बाहर कर दिया जाता है. इतना ही नहीं अगर खिलाड़ी ने कोई नशीले पदार्थ का सेवन करके मेडल जीता है, तो मेडल वापस लिया जाता है. लेकिन अरशद नदीम को लेकर किया जा रहा सभी दावा गलत है.
ये भी पढ़ें: अंतरिम सरकार और चुनी हुई सरकार में क्या होता है अंतर? ताकत में क्या है फर्क