उम्र बढ़ने के साथ हमारी स्किन काफी बदल जाती है. वहीं बूढ़े लोगों की स्किन काफी चमकीली और पतली नजर आती हैं. बूढ़े लोगों की स्कीन बिना कुछ लगाए ही चमकती है. ऐसे में क्या आपके मन में इसे लेकर सवाल उठा है कि आखिर ऐसा होता क्यों है? चलिए आज इस सवाल का जवाब जान लेते हैं.
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बुढ़ापे में त्वचा में क्यों होते हैं बदलाव?
बुढ़ापे में त्वचा में जो बदलाव होते हैं वो उम्र बढ़ने के साथ आम होते हैं. जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं त्वचा की चमक, लचीलापन और उसकी मोटाई में कमी आने लगती है. ये बदलाव धीरे-धीरे होते हैं, लेकिन फिर भी यह हमारी त्वचा को प्रभावित करते हैं. चलिए जानते हैं कि आखिर ऐसा होता क्यों हैं.
कोलेजन और इलास्टिन की कमी: त्वचा की मजबूती और लचीलापन बनाए रखने के लिए कोलेजन और इलास्टिन दो अहम प्रोटीन होते हैं. बुढ़ापे में इनकी मात्रा घटने लगती है. कोलेजन त्वचा को मजबूत बनाता है और इलास्टिन उसे लचीला रखता है. इन दोनों प्रोटीनों की कमी से त्वचा पतली और ढीली हो जाती है.
हॉर्मोनल बदलाव: हमारी उम्र के बढ़ने के साथ हमारे शरीर में हार्मोनल बदलाव आते हैं. महिलाओं में मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर घटने लगता है, जो त्वचा की सेहत के लिए जरुरी है. इसके कारण त्वचा में नमी की कमी हो जाती है और यह पतली और झुर्रियों वाली हो जाती है. पुरुषों में भी उम्र के साथ टेस्टोस्टेरोन का स्तर घटता है, जो त्वचा को प्रभावित करता है.
त्वचा में नमी कम होना: जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, त्वचा की नमी कम होने लगती है. हमारी त्वचा में तेल बनने वाली ग्रंथियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे त्वचा सूखी और खुश्क हो जाती है. जब त्वचा में नमी नहीं रहती, तो यह जल्दी पतली और झुर्रियों वाली दिखने लगती है.
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ये भी हैं कारण
इसके अलावा सूरज की किरणें, गलत आहार और जीवनशैली और मांसपेशियों में कमजोरी भी स्किन को पतला बनाने का काम करती है. जिससे त्वचा जल्दी बूढ़ी नजर आने लगती है.
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