सर्दियों के आगमन के साथ ही कोहरा होना शुरू हो जाता है. अक्सर हमारे दिमाग में आता है कि ठंड में कोहरा क्यों पड़ता है. वहीं बरसात के वक्त खासकर पहाड़ी इलाकों में धुंध भी होता है. आज हम आपको बताएंगे कि सर्दियों में कोहरा और बरसात में धुंध क्यों और कैसे बनता है. 


कोहरा क्यों बनता 


कोहरा एक तरह का जलवाष्प है. हवा एक निश्चित मात्रा में जल वाष्प या गैसीय अवस्था में पानी को पकड़ सकती है. बता दें कि जैसे ज्यादा से ज्यादा पानी हवा में भरता है. हवा और अधिक नम हो जाती है. हवा में जल वाष्प की मात्रा को मोश्चर के रूप में जाना जाता है. जब जल वाष्प पूरी तरह से हवा को सैचुरेटेड  करने लगता है. तो पानी की बूंदें कंडेंस्ड  होने लगती हैं, या फिर गैस से वापस तरल में बदल जाती हैं. तो तरल की ये बूंदें हवा में निलंबित हो जाती हैं और एक मोटी धुंध के रूप में दिखाई देती हैं, जिसे कोहरे के रूप में जाना जाता है.


हिमपात कैसे होता है?


कोहरे में उपस्थित पानी के कणों के कारण आर-पार देखना मुश्किल हो जाता है. जब यह प्रक्रिया खूब ठण्डे पहाड़ी इलाकों में होती है तब पानी की बूंदे जमकर बर्फ के नन्हे क्रिस्टल्स में बदल जाती हैं. इसी को हम 'हिमपात' अथवा बर्फ गिरना कहते हैं. 


क्या होती है धुंध


धुंध भी कोहरे की तरह ही होती है. इन दोनों में अंतर ये है कि यह धुंध अधिक घनी हो जाती है. इसके अलावा कोहरा हमें सर्दियों के समय दिखाई देता है. वहीं धुंध बरसात के दिनों में हवा में नमी की मात्रा बढ़ जाने के कारण बनता है. धुंध पहाडि़यों और जंगलों वालों क्षेत्रों में अधिक बनती है.


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