घर के पुराने बुजुर्ग हमेशा एक बात कहते हैं कि उस झरने का पानी पीएं जहां घोड़े पीते हैं. असल में इसके पीछे की वजह ये थी कि घोड़े कभी दूषित पानी नहीं पीते हैं. माना जाता है कि घोड़े गंदे पानी की पहचान करके उसको नहीं पीते हैं. वो हमेशा साफ पानी पीते हैं, उस पानी को मनुष्य भी पी सकता है. आज हम आपको बताएंगे कि इस बात के पीछे की कितनी सच्चाई है और घोड़े क्यों गंदा पानी नहीं पीते हैं.
रिपोर्ट क्या कहती है ?
पुराने बुजुर्ग जो बात कहते हैं, असल में उसमें सच्चाई है. क्योंकि घोड़े दूषित या जहरीला पानी नहीं पीते हैं. horseracingsense की एक रिपोर्ट के मुताबिक, घोड़ों को दूषित या दुर्गंधयुक्त पानी पीने से सख्त नफरत होती है. इतना ही नहीं घोड़ों में गंध और स्वाद की गहरी समझ होती है, जो उन्हें गंदा पानी पीने से बचने में मदद करती है. इसीलिए घोड़े गंदे पानी की पहचान करके उसको नहीं पीते हैं. क्योंकि यह उनके स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता है.
खराब स्वाद का पानी भी नहीं पीते घोड़े
रिपोर्ट के मुताबिक, अगर पानी स्वादिष्ट नहीं है और साफ नहीं दिखता है. उस स्थिति में घोड़ा तुरंत समझ लेगा कि उसे ये पानी नहीं पीना चाहिए. हालांकि कई बार नीले-हरे शैवाल जैसे कई जहरीले पदार्थ अक्सर घोड़े को प्राकृतिक लगते हैं. इस स्थिति में घोड़े वो पानी पी सकते हैं. लेकिन अगर पानी का स्वाद खराब या दूषित है, तो घोड़े उस पानी को किसी भी स्थिति में नहीं पीएंगे. इसका बड़ा कारण है कि घोड़ें पानी के स्वाद को पहचान लेते हैं. इसका बड़ा उदाहरण ये है कि अगर पानी साफ है, लेकिन उसमें कोई महक आ रही है, तो उस स्तिथि में भी घोड़ा पानी नहीं पीएगा.
घोड़े घासों पर निर्भर
जानकारी के मुताबिक घोड़े अपनी साइज के हिसाब से बेहद कम पानी पीते हैं. क्योंकि वे ज्यादातर घासों पर निर्भर रहते हैं, जिनमें पानी की मात्रा काफी कम होती है. घोड़ों को बड़ी मात्रा में फाइबर को प्रभावी ढंग से पचाने और उनके शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए पानी की आवश्यकता होती है, जो आंशिक रूप से पसीने के माध्यम से किया जाता है. बता दें कि अधिकांश घोड़े एक दिन में पांच से दस गैलन पानी पीते हैं. लेकिन कई बार नाद में गंदगी की वजह से घोड़े दिनभर पानी नहीं पीते हैं. इसलिए घोड़ों को लेकर हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि वे साफ पानी पीते हैं.
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