दुनिया के किसी कोने में आप चले जाएं वहां आपको भारतीय जरूर मिल जाएंगे. लेकिन बीते शु्क्रवार को एक ऐसी खबर जिसने बाहर रहने वाले भारतीयों को डरा दिया. अचानक से विदेश मंत्रालय का अलर्ट जारी होता है और एक खास देश में रहने वाले भारतीय लोगों को जल्द से जल्द वो देश छोड़ देने को कहा जाता है. सोचिए आप किसी देश में नौकरी कर रहे हैं, कारोबार कर रहे हैं और अचानक आपसे कहा जाए कि आपको तत्काल रूप से देश छोड़ना पड़ेगा तो आप पर क्या बीतेगी. चलिए आपको बताते हैं कि ये किस देश की कहानी है.
कौन सा है वो देश?
हम जिस देश की बात कर रहे हैं वो है नाइजर. दरअसल, पश्चिमी देश नाइजर में जनरल अब्दुर्रहमान त्वियानी ने अपने देश में तख्तापलट कर दिया है. इस बात ने ना सिर्फ भारतीयों बल्कि दुनिया भर के देशों को परेशान कर दिया है. बड़ी बात ये है कि यहां अमेरिका की भी नहीं चल रही है. नए जनरल का सीधा संदेश है कि अब इस देश में वो जो चाहेगा वो होगा. भारत सरकार को इसी बात की चिंता है और इसीलिए उन्होंने भारतीयों को इस देश से तुरंत बाहर जाने को कहा है.
विदेश मंत्रालय का क्या कहना है?
आपको बता दें नाइजर फिलहाल हवाई क्षेत्र बंद है. इसलिए विदेश मंत्रालय का कहना है कि लोग जमीनी रास्ते का इस्तेमाल करें, लेकिन जमीनी रास्ते का भी इस्तेमाल सोच समझ कर करें. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची का साफ कहना है कि कोई भी भारतीय अगर नाइजर जाने की सोच रहा है तो बेहद सावधानी बरते.
तख्तापलट के पीछे रूस का हाथ?
नाइजर दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक है. लेकिन तख्तापलट के बाद जिस तरह की ताकत जनरल अब्दुर्रहमान त्वियानी दिखा रहे हैं, उससे साफ है कि उनके पीछे किसी बड़ी ताकत का हाथ है. इसमें सबसे बड़ा नाम रूस का आ रहा है. दरअसल, जनरल अब्दुर्रहमान त्वियानी के लिए जब रैली निकाली गई तो उसमें रूस के झंडे भी दिख रहे थे. इसके साथ ही पुतिन के पक्ष में नारे भी लग रहे थे. कहा तो यहां तक जा रहा है कि तख्तापलट कराने में जनरल अब्दुर्रहमान त्वियानी का साथ रूस के लड़ाके वागनर ग्रुप ने भी दिया था.
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