(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कोकीन का नशा हमेशा नाक से ही क्यों लिया जाता है? जानिए इसके पीछे का विज्ञान
आपने अक्सर सुना होगा कि कोकीन का नशा नाक से किया जाता है, लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर ये ऐसे किया क्यों जाता है? चलिए जानते हैं.
आपने कई फिल्मों और वेब सीरीज में ये देखा होगा कि कोकीन का नशा नाक से किया जाता है. कई लोग ये नशे करते समय नाक से इसे अंदर ले लेते हैं. आपने ये बात कुछ लोगों से सुनी भी होगी. लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर ऐसा किया क्यों जाता है? चलिए आज इस सवाल का जवाब जानते हैं.
कोकीन क्या है?
सबसे पहले ये जान लेते हैं कि आखिर कोकीन होती क्या है? तो बता दें कोकीन एक प्रकार का स्टिमुलेंट (उत्तेजक) ड्रग है जो कोका प्लांट से निकाला जाता है. ये एक बहुत ही शक्तिशाली नशीला पदार्थ है जो दिमाग पर गहरा प्रभाव डालता है.
नाक से क्यों लिया जाता है?
अब सवाल ये उठता है कि आखिर कोकीन का नशा नाक से किया क्यों जाता है? तो बता दें कोकीन को नाक से लेने को स्नफिंग कहा जाता है. ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि जब कोकीन को नाक से लिया जाता है तो यह बहुत जल्दी रक्तप्रवाह में मिल जाता है और दिमाग तक पहुंच जाता है. इससे व्यक्ति के मन में एक अलग ही तरह की फीलिंग्स जन्म लेती हैं. जैसे कि वो उड़ रहा है या फिर उसके शरीर में अचानक बहुत एनर्जी आ गयी है.
इसके अलावा नाक के अंदर बहुत सारी रक्त वाहिकाएं होती हैं. जब कोकीन को नाक से लिया जाता है तो यह सीधे इन रक्त वाहिकाओं में मिल जाता है और दिमाग तक तेजी से पहुंचता है. बता दें कोकीन को पाउडर के रूप में बनाया जाता है, जिसे आसानी से नाक से लिया जा सकता है.
यह भी पढ़ें: लाल रंग की इन पंक्षियों की आवाज लगती है मधुर, सुबह उठकर गाती हैं गाना
कोकीन का दिमाग पर क्या प्रभाव होता है?
कोकीन दिमाग में डोपामाइन नामक एक रसायन की मात्रा को बढ़ा देता है. डोपामाइन खुशी से जुड़ा एक रसायन है. जब कोकीन दिमाग में डोपामाइन की मात्रा को बढ़ा देता है तो व्यक्ति को बहुत अच्छा महसूस होता है, लेकिन यह प्रभाव अस्थायी होता है और जल्द ही खत्म हो जाता है.
कोकीन के दुष्प्रभाव क्या हैं?
कोकीन इंसान के शरीर में कई तरह से घातक साबित हो सकता है. जैसे कोकीन दिल की धड़कन को तेज कर देता है और रक्तचाप बढ़ा देता है, जिससे दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा कोकीन मस्तिष्क कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और स्मृति, सीखने और निर्णय लेने की क्षमता को कम कर सकता है. वहीं कोकीन का सेवन करने से पैरानॉया, भ्रम और मनोदशा में उतार-चढ़ाव जैसी मानसिक बीमारियां हो सकती हैं.
बता दें कोकीन की लत व्यक्ति के पारिवारिक और सामाजिक जीवन को बर्बाद कर सकती है. वहीं इसका ज्यादा नशा करने से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है.
इन तरीकों से भी होता है कोकीन का नशा
कोकीन को आमतौर पर नाक से लिया जाता है, लेकिन इसे अन्य तरीकों से भी लिया जा सकता है. जैसे कोकीन को घोलकर इंजेक्शन के जरीये से शरीर में डाला जा सकता है. साथ ही कोकीन को धूम्रपान भी किया जा सकता है.
यह भी पढ़ें: कितने दिन तक ब्रिटेन के कब्जे में था अमेरिका का व्हाइट हाउस, क्यों दोनों देशों के बीच हुई थी जंग?