Israel's Army: इजराइल में हमास के हमले के बाद इजराइल की सेना एक्शन मोड में आ गई है. इजराइल की सेना ने अपने आधिकारिक एक्स(ट्विटर) अकाउंट में कहा गया है कि हमास के हमलों के जवाब में उन्होंने गाजा पट्टी पर उसके ठिकानों पर हमला शुरू कर दिया है. इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने हमास के आतंकी हमले के बाद अपना आधिकारिक बयान जारी किया है. उन्होंने हमास के आतंकियों को चेतावनी देते हुए कहा कि आतंकियों ने आज सुबह एक गंभीर गलती की और इजराइल के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया. इजराइल के सुरक्षा एजेंसियों के जवान हर स्थान पर दुश्मन से लड़ रहे हैं. मैं इजराइल के सभी नागरिकों से सुरक्षा निर्देशों का पालन करने का आह्वान करता हूं. इजराइल इस युद्ध को जीत लेगा. अब सवाल यह उठता है कि क्या इजराइल के पास इतनी ताकत है कि वह युद्ध सच में जीत सकता है. आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं. 


इजराइल इतना शक्तिशाली क्यों है?


इजराइल की सैन्य ताकत का कारण कई हैं, जिनमें से कुछ में इसकी सैन्य नीतियां, हथियार, संगठन और अमेरिका से मिलने वाला समर्थन शामिल हैं. इजराइल अपने सैनिकों की ट्रेनिंग और उनके हथियारों को अपग्रेड करने पर भी काफी खर्च करता है. यही कारण है कि इजराइल को मध्य पूर्व में सबसे मजबूत देश बनाते हैं. इजराइल रक्षा इतिहास में सबसे एडवांस हथियारों का दावा करता है. इसकी मिसाइल प्रोटेक्शन सिस्टम मिसाइल हमलों को रोकने के लिए बहुत अधिक कारगर है. सिस्टम का एक प्रमुख हिस्सा आयरन डोम है, जिसे 2011 में इजराइलियों द्वारा बनाया गया था और इसने इजराइली बस्तियों पर दागे गए लगभग 90 प्रतिशत रॉकेटों को रोक दिया था.


इन सिस्टम के आगे हर देश टेकते हैं घुटने


आयरन डोम मध्य पूर्व में बेजोड़ है. इसे दोहराने की तकनीक किसी भी देश के पास नहीं है. इससे भी अच्छी बात यह है कि मध्य पूर्व का कोई भी देश अब तक इस पर काबू नहीं पा सका है. हालांकि इजराइल अपने दुश्मनों से घिरा हुआ है, फिर भी आयरन डोम की बदौलत वे सुरक्षित हैं. उनकी मिसाइल प्रोटेक्शन सिस्टम एरो मिसाइलों से भी सुसज्जित है जो वायुमंडल में आने वाली दुश्मन के रॉकेटों को रोक सकती है. एमआईएम-104 पैट्रियट और डेविड स्लिंग मिसाइलें दुश्मन के सभी प्रकार के विमानों और रॉकेटों को रोकने की क्षमता रखती हैं. ये मिसाइलें सुनिश्चित करती हैं कि इजराइल का हवाई क्षेत्र विदेशी आक्रमणों से अच्छी तरह सुरक्षित है. मिसाइल प्रोटेक्शन सिस्टम बड़ी इजराइली वायु सेना का हिस्सा है, जो इजराइल की ताकत की रीढ़ है.


आजादी के 24 घंटों के अंदर ही लड़नी पड़ी थी अरब देशों से जंग


यह वही इजराइल देश है, जिसने आजादी के 24 घंटे के भीतर पड़ोसी अरब देशों से जंग लड़ी थी. आपको जानकर हैरानी होगी कि एक तरफ इस देश के नागरिक आजादी का जश्न मना रहे थे तो वहीं दूसरी ओर उसकी सेना जंग लड़ रही थी. यह बात 1948 की है. इजराइल के लिए यह तब काफी कठिन समय था क्योंकि उसके पास उतनी सुविधाएं और एडवांस टेक्नोलॉजी नहीं थी. आज के समय में उसके पास कुछ ऐसे हथियार हैं, जिससे अमेरिका को भी डर लगता है. 1 साल तक चली इस युद्ध में आखिरकार इजराइल की जीत हुई. अरब देशों की सेनाओं ने हार मान ली.


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