व्हिस्की का हल्का और रम का रंग गाढ़ा क्यों होता है? जान लीजिए जवाब
क्या आपने कभी सोचा है कि व्हिस्की का रंग हल्का और रम का रंग गाढ़ा क्यों नजर आता है? चलिए आज हम इस सवाल का जवाब जानते हैं.
कई लोग व्हिस्की और रम के शौकीन होते हैं. आमतौर पर कई बार ये पार्टियों में नजर आ ही जाती है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि व्हिस्की आमतौर पर हल्के सुनहरे रंग की होती है, जबकि रम का रंग गाढ़ा भूरा होता है. आखिर क्यों इन दोनों शराबों का रंग इतना अलग है? चलिए जान लेते हैं.
व्हिस्की का रंग हल्का क्यों होता है?
दरअसल व्हिस्की को आमतौर पर ओक के बैरल में बनाया जाता है. ओक की लकड़ी में टैनिन नामक एक पदार्थ होता है. जब व्हिस्की ओक के बैरल में पड़ी रहती है, तो टैनिन व्हिस्की में घुलकर उसे हल्का सुनहरा रंग देता है. इसके अलावा व्हिस्की को जितने लंबे समय तक ओक के बैरल में परिपक्व किया जाता है, उसका रंग उतना ही गहरा होता जाता है, लेकिन ज्यादातर व्हिस्की को एक हल्का सुनहरा रंग देने के लिए ही बैरल में रखा जाता है. हालांकि कुछ निर्माता व्हिस्की के रंग को गहरा दिखाने के लिए उसमें थोड़ी मात्रा में कैरामेल मिलाते हैं.
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रम का रंग क्यों होता है गाढ़ा?
रम को मोलैसिस या शक्कर के रस से बनाया जाता है. इन दोनों में प्राकृतिक रूप से रंग देने वाले पदार्थ होते हैं जो फर्मेंटेशन प्रक्रिया के दौरान रम को एक गहरा रंग देते हैं. इसके अलावा ओक के बैरल में बनाने के कारण रम का रंग गहरा हो जाता है. साथ ही कुछ रम को बनाने के लिए उसे बर्न किया जाता है, ये प्रोसेस रम को और गहरा रंग दे देती है.
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रंग का स्वाद से क्या होता है संबंध?
रंग केवल देखने की चीज है. यह शराब के स्वाद को भी प्रभावित करता है. ओक बैरल में परिपक्वता के दौरान व्हिस्की में कई तरह के स्वाद विकसित होते हैं, जैसे कि वेनिला, कारमेल और मसाले. ये स्वाद व्हिस्की के रंग को प्रभावित करने वाले उन्हीं तत्वों के कारण होते हैं.
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