World Oceans Day 2024: हर साल 8 जून को विश्व महासागर दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है. इसे मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य महासागरों के महत्व और समुद्री संसाधनों के संरक्षण के बारे में लोगों को जागरुक करना है. दरअसल पिछले कई सालों से दुनियाभर में प्रदूषण की समस्या बड़ी है, जिससे महासागर भी वंचित नहीं हैं. विश्व महासागर दिवस महासागरों के अंधाधुंध दोहन और संरक्षण के स्थायी समाधान को खोजने की दिशा में कदम उठाने के लिए प्रेरित करता है.


क्या है विश्व महासागर दिवस का इतिहास?


दुनियाभर में विश्व महासागर दिवस मनाने की पहल सबसे पहले साल 1992 में कनाडा सरकार द्वारा ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित पृथ्वी शिखर सम्मेलन में प्रस्तावित की गई थी, जिसे वहां मौजूद प्रतिनिधियों और समर्थकों की काफी सराहना मिली. इसके बाद समुद्रों के संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 8 जून कोविश्व महासागर दिवसके रूप में मनाने के लिए एक आधिकारिक प्रस्ताव पारित किया. इसी के बाद से 8 जून को हर साल विश्व महासागर दिवस मनाया जाता है.


क्या है विश्व महासागर दिवस मनाने का महत्व?


समुद्र धरती का आधे से ज्यादा हिस्सा कवर करते हैं. ऐसे में समुद्री तंत्र के संरक्षण, स्थायी मछली पकड़ने की प्रथाओं को अपनाने, महासागरों के प्रदूषण को कम करने और अन्य प्रमुख महासागर संबंधी समस्याओं के संबंध में उचित उपाय की पहल करने के लिए हर साल विश्व महासागर दिवस मनाया जाता है.


इस खास दिन लोगों को समुद्री सरंक्षण के बारे में जागरुक किया जाता है, महासागरीय संसाधनों के लगातार दोहन के अलावा इस खास दिन इससे होने वाले प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों द्वारा कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया है. जिससे लोगों में महासागरों के प्रति जागरुकता फैलती है.


विश्व महासागर दिवस 2024 की क्या है थीम?


इस बार विश्व महासागर दिवस की थीम टिकाऊ मछली पकड़ने की प्रथाओं को प्रेरित करना है. ताकि आने वाले समय में इन्हीं का इस्तेमाल किया जा सके और किसी भी प्रकार की गंदगी और प्रदूषण से महासागरों और उसमें रहने वाले जीवों की रक्षा की जा सके. बता दें पृथ्वी पांच महासागरों से घिरी हुई है, जिसमें से एशिया और अमेरिका के बीच बहने वाला प्रशांत महासागर सबसे बड़ा और गहरा महासागर है. इसके अलावा हमारी पृथ्वी पर अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर, आर्कटिक महासागर और दक्षिणी महासागर हैं


यह भी पढ़ें: दिल्ली को हिमाचल प्रदेश देगा पानी, जानिए 1 क्यूसेक में कितना पानी.. क्या इतने पानी से बुझेगी दिल्ली वालों की प्यास