Manhole: आपने सड़क पर बने मैनहोल को देखा होगा. बहुत से मैनहोल तो खुले होते हैं, लेकिन ज्यादातर मैनहोल (Manhole) व्यवस्थित तरीके से ढके होते हैं. इन्हे बेहद जरूरी कामों के लिए बनाया जाता है. इसकी मदद से इंजीनियर, लेबर और इंस्पेक्टर आदि रिपेयरिंग के कामों को पूरा कर पाते हैं. इन पर ढके कवर हमेशा गोल शेप के होते हैं. लेकिन, क्या कभी सोचा है कि इसके पीछे का कारण क्या हो सकता है? आखिर क्यों इनपर गोल ही कवर लगाए जाते हैं? आइए इसके बारे में जानते हैं...
क्यों होते हैं मैनहोल के कवर गोल?
दरअसल, मैनहोल के कवर को हमेशा गोल ही बनाए जाने के पीछे का कारण हादसा होने से रोकना होगा है. इसके कवर को गोल इसलिए बनाया जाता है क्योंकि मैनहोल भी गोलाकार शेप में ही होता है और कवर गिरे न इसलिए इसे भी गोल बनाया जाता है. लेकिन, ऐसा नहीं है कि बस इसी वजह से इसे गोलाकार बनाया गया है, बल्कि इसके पीछे कई प्रैक्टिकल, फंक्शनल, इंजीनियरिंग आदि वजहें भी होती हैं.
अन्य तर्क
इसके अलावा, कई तर्क यह भी कहते हैं कि गोलाकार कवर हटाने के बाद, इसे एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाना बहुत आसान होता है. मैनहोल का गोलाकार कवर कम खर्चीला और ज्यादा कुशल है. ये बहुत भारी होते हैं, ऐसे में गोलाकार होने के कारण इन्हें लुढ़का कर एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है. लेकिन, अगर ये गोलकार की जगह किसी और शेप के होते तो उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना आसान नहीं होता.
कितना होता है वजन
मैनहोल बहुत भारी धातु से बनी प्लेटों से ढके होते हैं, जो आसानी से हटाई जा सकती हैं. अगर बात वजन की करें तो मैनहोल के एक कवर का वजन आमतौर पर 90 और 136 किलोग्राम के बीच होता है. ये कंक्रीट या कास्ट आयरन के बने होते हैं.
मैनहोल कवर के फायदे
मैनहोल की ओपनिंग के किनारे पर उसके चारों ओर एक लिप होता है जिस पर आसानी से कवर फिट हो जाता है. ये कवर सड़क पर पैदल चलने वालों को अनजाने में सीवर में गिरने से बचाते हैं और साथ ही सीवर में मलबे (कचरा) को गिरने से भी बचाते हैं. जिससे सीवर और पानी की व्यवस्था सुचारू रूप से जारी रहे.
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