आपने देखा होगा कि बुजुर्गों को ज्यादा ठंड लगती है... यह भी समझिए ऐसा क्यों होता है
Winter And Senior Citizens: आपने देखा होगा कि बुजुर्ग लोगों को सर्दी कुछ ज्यादा ही लगती है. दरअसल, इसके पीछे भी कई सारी वजहें हैं. आइए एक-एक करके जानते हैं.
![आपने देखा होगा कि बुजुर्गों को ज्यादा ठंड लगती है... यह भी समझिए ऐसा क्यों होता है Why old people or senior citizens feels more cold in winters know the fact here आपने देखा होगा कि बुजुर्गों को ज्यादा ठंड लगती है... यह भी समझिए ऐसा क्यों होता है](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/05/01d3fe546daf9a121069f0a7bb7b385a1672904387528580_original.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Why Senior Citizens Feel More Cold: जनवरी का महीना चल रहा है. उत्तर भारत में सर्दी अपना पूरा रंग दिखा रही है. कई जगहों पर येलो अलर्ट भी घोषित किया हुआ है और छोटे बच्चों के स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं. ऐसे में बच्चों और बुजुर्गों का ठंड से बचाव बहुत जरूरी है. आपने देखा होगा कि ठंड का मौसम बुजुर्गों को ज्यादा सताता है, क्योंकि उन्हें ठंड भी ज्यादा लगती है. ऐसा क्यों होता है? आखिर बुजुर्ग लोगों को ठंड ज्यादा क्यों लगती है और ठंड लगने के क्या कारण हैं? दरअसल, इसके सीनियर सिटीजंस को ज्यादा ठंड लगने के पीछे एक नहीं कई कारण हैं. आज इस आर्टिकल में इसी बारे में बात करेंगे और जानेंगे सीनियर सिटीजन को ज्यादा ठंड लगने के पीछे की वजह क्या है...
मेटाबॉलिज्म हो जाता है कम
जीव विज्ञान के कुछ बुद्धिजीवी लोग बताते हैं कि बुजुर्गों को सर्दी में ज्यादा ठंड लगती है. इसका एक कारण ज्यादा उम्र में मेटाबोलिज्म का काफी कम हो जाना है, जिस वजह से ज्यादा उम्र के लोगों को ठंड लगती है.
फैट लेयर का कमजोर होना
उम्र के बढ़ने के साथ-साथ स्किन के नीचे जो फैट की लेयर होती है, वो धीरे-धीरे पतली होती चली जाती है. ऐसा होने पर शरीर का इन्सुलेशन कम होता जाता है, जिससे बुजुर्गों को सर्दी में ठंड का अहसास अधिक होता है.
ब्लड फ्लो भी एक कारण
हमारे शरीर में सुपरफिशिएल वेन्स भी होती हैं. ये वेन्स शरीर के तापमान को स्थिर रखने में मदद करती हैं. जब उम्र ज्यादा होने लगती है तो इन नसों में ब्लड फ्लो कम हो जाता है, जिस वजह से ठंड ज्यादा लगती है. ऐसा बुजुर्गों के साथ होता है.
स्किन थर्मोरेसेप्टर्स भी एक कारण
हमारे शरीर की त्वचा में थर्मोरेसेप्टर्स विशेष कोशिकाएं होती हैं. ये कोशिकाएं तापमान में होने वाले अंतर का पता लगाने में सक्षम होती है. इन्ही की वजह से हमें ठंड के काम या ज्यादा होने का पता चलता है. ये अपने स्थान और संख्या के आधार कर ही स्किन की संवेदनशीलता को निर्धारित करती हैं. उम्र बढ़ने के साथ बुजुर्गों के थर्मोरेसेप्टर घनत्व में भी कमी हो जाती है, जिस वजह से उन्हें ज्यादा ठंड का एहसास होता है.
यह भी पढ़ें -
अगर पी रखी है शराब तो कार स्टार्ट ही नहीं होगी, ये है इस देश में एक्सीडेंट रोकने का फॉर्मूला
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)