Hand Feet Wrinkle : जब आप नहाकर आते हैं तो आपने हाथों पैरों की खाल में नोटिस किया होगा कि वह सिकुड़ जाती है. कई बार तो ऐसा होता है कि बच्चे बहुत देर तक पानी में खेलते रहते हैं और जब वह बाहर आते हैं तो आपने हाथों पैरों की खाल को सिकुड़ा हुआ पाते हैं. ऐसे में कई दफा बच्चे डर भी जाते हैं. हालांकि, डरने की कोई बात नहीं है. इसके पीछे बस एक वैज्ञानिक कारण है. लेकिन, क्या आपने मन में कभी यह सवाल आया है कि आखिर खाल सिकुड़ क्यों जाती है और खास सिर्फ हाथ और पैरों की ही क्यों सिकुड़ती है. आइए खबर में इन सवालों के जवाब जानते हैं.
पानी में क्यों सिकुड़ जाती है स्किन?
साइंस की भाषा में बात की जाए तो इंसान की खाल के ऊपरी हिस्से पर सीबम नाम का ऑयल होता है जो खाल को गीला करने का काम करता है. यह ऑयल खाल की रक्षा भी करता है. जब कोई मनुष्य नहाते समय पानी को अपनी स्किन पर डालता है तो इस ऑयल की वजह से शरीर से पानी नीचे गिर जाता है. यही वजह है कि हमारी खाल पर पानी जमा नहीं होता है. हालांकि, ज्यादा समय तक पानी में रहते से यह ऑयल खत्म होने लगता है. इसके बाद, पानी स्किन के अंदर चला जाता है. इस प्रोसेस को ऑस्मोसिस कहते हैं, जिसमें खाल के अंदर पानी चले जाने से ही ये सिकुड़ने लग जाती है.
हाथ-पैर की ही खाल क्यों सिकुड़ती है?
आपने नोटिस किया होगा कि हाथ पैरों की खाल ही ज्यादा सिकुड़ती है. शरीर के बाकी हिस्सों की स्किन लगभग नॉर्मल हो रहती है. दरअसल, हाथ-पैर में केराटिन ज्यादा पाया जाता है, जो एक टाइप का प्रोटीन है. यह प्रोटीन पानी को सोखने में मदद करता है. हाथ-पैर में केराटिन की मात्रा ज्यादा होती है, इस वजह से हाथ-पैर की खाल ज्यादा सिकुड़ती है. हालांकि, आपको घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह एक नेचुरल प्रोसेस है जिसका शरीर पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता है. स्किन थोड़े समय बाद खुद नॉर्मल हो जाती है.
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