हवा में जलती है,पानी में धमाका करती है और केरोसिन में रहती है शांत, अजब-गजब है ये धातु
Why Sodium Is Kept In Kerosene: सोडियम को स्वतंत्र रूप से नहीं रखा जा सकता है क्योंकि यह बहुत ही सक्रिय धातु है. सोडियम को बाहरी सम्पर्क से बचाने के लिए ही इसे केरोसिन में रखा जाता है.
Why Sodium Reacts With Water: प्रकृति ने इंसान को बहुत कुछ उपहार में दिया है. जिसका उपयोग इंसान अपनी जरूरत के हिसाब से उसी रूप में या उसका रूप बदल कर करता है. प्रकृति में ही पाया जाने वाला एक तत्व है धातु. धातु प्रकृति में स्वतंत्र रूप में या अपने यौगिकों के साथ पायी जाती है. धातुओं का प्रयोग अलग-अलग कामों के लिए किया जाता है जैसे तार, धातु की पतली चादर, किसी और धातु के साथ मिलाकर मिश्र धातु बनाना.
धातुएं जैसे लोहा, चांदी, पीतल वगैरह को बहुत अधिक तापमान पर गर्म करने पर ही इनका रूप बदल जा सकता है. लेकिन 'सोडियम' ऐसी धातु है जो बिल्कुल अलग व्यवहार करती है. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि सोडियम पानी के साथ क्रिया करके विस्फोट करती है जबकि केरोसिन में यह धातु शांत रहती है. अपने इस आर्टिकल के जरिए हम आपको सोडियम के बारे में दिलचस्प जानकारी देंगे-
केरोसिन में रखी जाती है यह धातु-
सोडियम एक सक्रिय धातु है .सोडियम का रंग चांदी जैसा होता है.अगर यह हवा के सम्पर्क में आती है तो अपना चांदी जैसा रंग खो देती है और ग्रे रंग में बदल जाती है. हवा के सम्पर्क में आने पर यह सोडियम ऑक्साइड बनाती है. इसके अलावा इसके पानी के सम्पर्क में आने पर इसमें विस्फोट हो जाता है. सोडियम को स्वतंत्र रूप से नहीं रखा जा सकता है क्योंकि यह बहुत ही सक्रिय धातु है. सोडियम को बाहरी सम्पर्क से बचाने के लिए ही इसे केरोसिन में रखा जाता है.
कैसा है सोडियम का स्वरूप-
सोडियम में चांदी के जैसी चमक होती है. यह बहुत ही नरम धातु है , इतनी नरम कि हाथों से ही इसे कोई भी आकार दिया जा सकता है.
सोडियम का उपयोग-
सोडियम का उपयोग कई मिश्र धातुओं की संरचना में सुधार के लिए किया जाता है. इसके अलावा यह पेपर उद्योग, साबुन बनाने में, कार्बनिक यौगिकों के निर्माण में किया जाता है. इसका प्रयोग करके सोडियम वाष्प लैंप भी बनाया जाता है. ग्लास उद्योग,माइनिंग उद्योग और भी ऐसे बहुत से उद्योगों में सोडियम का उपयोग होता है.