Father’s Day 2024: जून का तीसरे रविवार को पूरी दुनिया फादर्स डे सेलिब्रेट करेगी. इस खास दिन को बच्चे अपने पिता के लिए मनाते हैं, उन्हें स्पेशल फील करवाते हैं, लेकिन कभी आपके मन में ये खयाल आया है कि आखिर जून के तीसरे रविवार को ही ये दिन क्यों सेलिब्रेट किया जाता है? इसकी कहानी काफी दिलचस्प है. आज हम जानते हैं कि कैसे हुई थी फादर्स डे मनाने की शुरुआत.


1910 में हुई थी फादर्स डे मनाने की शुरुआत


कहा जाता है फादर्स डे को साल 1910 से सेलिब्रेट किया जाता रहा है. वॉशिंगटन की एक महिला सोनोरा स्मार्ट डॉड ने पहली बार फादर्स डे मनाना शुरू किया था. सुनोरा की मां नहीं थीं और व अपने पिता की इकलौती बेटी थीं. उनका एक छोटा भाई भी था. उनके पिता ने ही मां की भी जिम्मेदारियां निभाई थीं. वो अपने पिता से बहुत प्यार करती थीं. ऐसे में एक दिन सोनोरा चर्च गईं और वहां उन्होनें मदर्स डे को लेकर उपदेश सुने. इस दौरान उन्हें अपने पिता के लिए खास दिन मनाने यानी फादर्स डे सेलिब्रेट करने का आइडिया आया.


जून में क्या था खास?


सोनोरा के पिता का जन्म जून में ही हुआ था, लिहाजा उन्होंने इस दिन को जून में सेलिब्रेट करने का फैसला लिया. सोनोरा ने इस दिन को जून के महीने में मनाए जाने के लिए एक याचिका दायर की और इस याचिका के लिए चर्च के सदस्‍यों को मनाया और वहां दो लोगों से साइन लिए, लेकिन उनकी याचिका को मंजूरी नहीं किया गया. हालांकि सोनोरा अपने पिता से लगाव के चलते सोनोरा ठान चुकी थीं कि उनकी मां नहीं हैं तो पिता के लिए वो खास दिन जरुर सेलिब्रेट करेंगी. फिर इसके लिए एक कैंपेन की शुरुआत की और 19 जून 1910 को पहली बार फादर्स डे सेलिब्रेट किया.


कैसे पूरी दुनिया करने लगी सेलिब्रेट?


सोनोरा को देखकर धीरे-धीरे दूसरे लोगों को भी प्रेरणा मिली, उन्‍होंने भी फादर्स डे को मनाना शुरू कर दिया और इसका चलन बढ़ने लगा. साल 1916 में अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने फादर्स डे को मनाने के सुझाव को हरी झंडी दिखा दी. इसके बाद साल 1966 में राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने इस दिन को जून के तीसरे रविवार को मनाए जाने की आधिकारिक घोषणा कर दी.  उस दिन से हर साल जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे पूरी दुनिया सेलिब्रेट कर रही है.


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