आज यानी 1 मई को तेलंगाना डे मनाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आंध्र प्रदेश से अलग होने के बाद तेलंगाना कितना विकसित हुआ है. आखिर तेलंगाना नाम का अर्थ क्या है. आज तेलंगाना डे के दिन आप आपको इन सभी सवालों को जवाब देंगे. 


तेलंगाना


हम सभी जानते हैं कि 2 जून 2014 के दिन तेलंगाना आंध्र प्रदेश से अलग होकर भारत का 29 वां राज्य बना था. हालांकि तेलंगाना के अलग राज्य बनने की लड़ाई इतनी आसान नहीं थी. हालांकि इतने कम सालों में राज्य के तौर पर तेलंगाना ने वाकई देश में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. 


तेलंगाना का इतिहास


तेलंगाना 18वीं शताब्दी में हैदराबाद रियासत का हिस्सा हुआ करता था. तेलंगाना में निजाम का शासन चलता था. हालांकि अंग्रेजों का शासन आने के बाद तटीय आंध्र में आने वाले तेलंगाना का विलय मद्रास में करवा दिया गया था. मद्रास से अलग होने के बाद आंध्र-प्रदेश और फिर तेलंगाना अलग राज्य बना है. 


तेलंगाना नाम कहां से आया?


अब सवाल ये है कि आखिर तेलंगाना नाम कहां से आया है. बता दें कि तेलंगाना का मुख्य अर्थ तेलुगु भाषियों की भूमि से है. माना जाता है कि साक्षात भगवान शिव इस जगह पर तीन पर्वतों पर लिंग के रूप में प्रकट हुए थे. इन पर्वतों में मल्लिकार्जुन, द्राक्षाराम और कालेश्वरम शामिल है. यह पूरा क्षेत्र इन्ही पर्वतों की सीमा के बीच बसा है. इसीलिए इस विशेष क्षेत्र को त्रिलिंग देश भी कहा गया है. यहां की भाषा इसी आधार पर तेलुगु कहलाई है. यही वजह थी कि बाद में इस क्षेत्र का नाम तेलंगाना और अब राज्य का नाम तेलंगाना पड़ गया है.


तेलंगाना का कल्चर


बता दें कि तेलंगाना राज्य परंपरागत रूप से विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों के लोगों का घर रहा है. तेलंगाना भारत के उत्तर और दक्षिण के बीच की कड़ी है, जो दक्कन के पठार के ऊपरी इलाकों में स्थित है. तेलंगाना अपनी सीमा 5 राज्यों के साथ शेयर करता है. उत्तर पूर्व में छत्तीसगढ़ और ओडिशा, दक्षिण में आंध्र प्रदेश, दक्षिण पश्चिम में कर्नाटक और उत्तर में महाराष्ट्र के साथ साझा करता है. वहीं तेलंगाना में गोदावरी और कृष्णा दो नदियां बहती हैं.


विकास की ओर अग्रसर


2 जून 2014 के दिन तेलंगाना नया राज्य बनने के साथ ही विकास की ओर अग्रसर है. बहुत कम समय में इस राज्य ने अपने विकास, पर्यटन को लेकर देशभर में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. इस राज्य में कई समुदाय के लोगों का रहना और 5 राज्यों से सीमा साझा करना भी इस राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाता है.  


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