Water Tanks facts: पानी हम सभी की प्राथमिक आवश्यकताओं में से एक है, बिना पानी के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. रोजमर्रा की जरूरतों में पीने के अलावा भी पानी के बहुत सारे काम होते हैं. इन जरूरतों की पूर्ति के लिए लोग अपने घरों की छतों कर पानी की टंकी लगवाते हैं. दुनिया के किसी भी शहर में अगर आप पानी की टंकी देखेंगे तो इसका आकार गोल ही मिलेगा. कभी सोचा है कि पानी की टंकी का आकर गोल ही क्यों होता है? जबकि, पानी तो किसी चौकोर आकार की टंकी में भी आराम से स्टोर हो सकता है.
दरअसल, इसके पीछे भी विज्ञान है जो बताता है कि अगर पानी की टंकी का आकार गोल नहीं होता यह इतनी सफल नहीं हो पाती. सिर्फ इसका गोल आकार ही नहीं, बल्कि पानी की टंकी पर बनी पट्टियों का भी विशेष काम होता है. आइए आज इसी के बारे में जानकारी हासिल करते हैं.
गोल टंकी में दबाव बंट जाता है
पानी की टंकी का ऐसा आकार इसे लम्बे समय तक सुरक्षित रखने के लिए बनाया गया है. दरअसल, जब किसी भी गहरी चीज में पानी भरा जाता है तो ऊपर चारों तरफ से दबाव पड़ता है. इस दबाव से उसके फटने का खतरा रहता है, क्योंकि चारों ओर से दबाव बढ़ता है. अब क्योंकि पानी की टंकी मेटल से नहीं बनीं होती, बल्कि पीवीसी से बनी होती है, इसलिए इसके फटने का खतरा और ज्यादा रहता है.
चौकोर टंकी के कोनों पर पड़ता है अधिक दबाव
विज्ञान के मुताबिक, अगर चौकोर आकार ही टंकी के हर कोने पर अधिक दबाव पड़ता है. जिससे इसके कोने जल्दी फट सकते हैं, लेकिन सिलेंडरिकल यानी लम्बे गोल आकार होने के कारण यह दबाव आसानी से पूरे सर्फेस पर बंट जाता है. इसलिए टंकी का आकार गोल होता है.
टंकी पर क्यों बनी होती हैं लाइनें?
टंकी पर बनी ये लाइनें भी काफी जरूरी हैं. ये लाइनें टंकी को मजबूती देने का काम करती हैं और गर्मी में तापमान बढ़ने के दौरान टंकी को फैलने से रोकती हैं. इसके अलावा ये लाइनें दबाव को कंट्रोल करने में भी मदद करती हैं.
टंकी को मजबूत बनाती हैं ये लाइनें
अगर कभी कोई टूटी हुई टंकी देखेंगे तो पाएंगे कि ऐसा बहुत कम होता है कि टंकी का वो हिस्सा टूटा हुआ नजर आए, जिसपर लाइनें बनी हैं. टंकी को सपाट बनाए जाने से इसके फूलने और डैमेज होने का खतरा बढ़ता है. ये लाइनें टंकी को एक प्रकार से बांधे रखती हैं और दबाव को सहने में मदद करती हैं.
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