अंतरिक्ष में ब्लैक होल को लेकर हमेशा एक सवाल रहता है कि क्या ये धरती को निकल सकता है. अगर ब्लैक होल धरती को निकलता है, तो क्या होगा ? क्योंकि इसमें जाने वाली चीज का पता नहीं चलता है कि वो कहां गई है और वह लौटकर वापस आएगी भी या नहीं. आइए आज इस सवाल का जवाब जानने की कोशिश करते हैं.


ब्लैक होल?


सबसे पहले ये समझते हैं कि ब्लैक होल क्या होता है. इंटरनेट पर मिली जानकारी के मुताबिक ब्लैक होल अंतरिक्ष में पाए जाने वाली ऐसी जगह है, जहां गुरुत्वाकर्षण बल बहुत अधिक होता. जिसके प्रभाव क्षेत्र में आने पर कोई भी वस्तु यहां तक कि प्रकाश भी उससे बच नहीं सकता है. वे उसके अंदर समा जाएगा. क्योंकि ब्लैक होल का पलायन वेग बहुत ही अधिक होता है, इसलिए प्रकाश भी उसके अंदर जाने के बाद बाहर नहीं निकल सकता है. 


ब्लैक होल के गुण


डिस्कवर मैगजीन के मुताबिक ब्लैक होल के तीन प्रमुख गुण होते हैं. पहला उसका वजन या द्रव्यमान, दूसरा घुमाव या कोणीय गति और तीसरा उसका इलेक्ट्रॉनिक चार्ज है. वैज्ञानिकों ने अभी तक इन्हीं गुणों के सहारे ब्लैक होल्स को खोजा है. ब्लैक होल में जाने वाली चीज इसके द्रव्यमान, कोणीय गति और इलेक्ट्रॉनिक चार्ज के कारण खत्म हो जाती है.


पृथ्वी का क्या होगा 


वैज्ञानिकों के मुताबिक अगर धरती ब्‍लैक होल में गिरती है, उस स्थिति में तीन तरह की घटनाएं हो सकती हैं. पहले घटना के मुताबिक इसके गुरुत्‍व के कारण हमारा शरीर लंबा होने लगेगा और खिंचाव महसूस होगा. वहीं पैर और सर केंद्र में होने के कारण खिंचते चले जाएंगे और हाथों का केंद्र से बाहर होने के कारण अलग दिशा में लंबे होने शुरू हो सकते हैं. इससे हमारा पूरा शरीर स्‍पेगेटी की तरह हो जाएगा. इसे वैज्ञानिकों ने स्‍पेगेटिफिकेशन प्रॉसेस नाम दिया है.


दूसरी स्थिति में ब्‍लैक होल में बहुत ज्‍यादा रेडिएशन होता है. इससे उसमें गिरते ही हमारा शरीर भुन जाएगा. तीसरी स्थिति में ब्‍लैक होल में गिरने वाली वस्‍तु की होलोग्राफ‍िक इमेज बन जाएगी और वह अपने मूल रूप में भी सही सलामत रहेगा. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्लैक होल के बेहद नजदीक पहुंचने पर पृथ्वी सेब के आकार से मैगी या नूडल्स के आकार में बदल जाएगी.


क्या पृथ्वी का सब कुछ समा जाएगा ?


इस सवाल का जवाब ब्लैक होल की स्थिति पर निर्भर करता है. जैसे अगर ब्लैक होल छोटा हुआ तो नुकसान होने में समय लगेगा. लेकिन अगर पृथ्वी का सामना किसी एक सुपरमैसिव यानी महाविशालकाय ब्लैक होल से होता है, तो सेकेंड्स में सब खत्म हो जाएगा. पृथ्वी के ब्लैक होल के केंद्र में जाकर समाने के बाद आगे क्या होगा ये कोई नहीं जानता है.


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