Potassium Iodide Tablets: पिछले कुछ महीनों से चल रही रूस और यूक्रेन के बीच की जंग (Russia-Ukraine War) थमने का नाम नहीं ले रही है. रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कई बार यूक्रेन पर परमाणु हमला करने की चेतावनी दी है. यूक्रेन अभी से ही बचाव की कोशिश में जुटा हुआ है, इन्ही कोशिशों के क्रम में यूक्रेन में पोटैशियम आयोडाइड की गोलियां बांटी जा रही हैं. परमाणु हमले से होने वाले रेडिएशन से बचने के लिए इन्हे रेडिएशन के दायरे में आने वाले क्षेत्रों में बांटा जा रहा है.


वहीं दूसरी ओर, यह खबर मिलते ही कई देशों में पोटैशियम आयोडायड की गोलियों की खरीदारी बढ़ गई है. अमेरिका ने इन्हे खरीदने के लिए 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं. ऐसे में यह सवाल उठता है कि आखिर पोटैशियम आयोडाइट क्या है? और परमाणु हमले के समय यह उसके असर को कैसे कम करेगा? यूक्रेन के लोगों के लिए यह कितना असरदार साबित होगा? आइए जानते हैं इन सवालों के जवाब


क्या होता है पोटैशियम आयोडाइड?


पोटैशियम आयोडाइड, आयोडीन का ही एक रूप है. जिसे आयोडीन की दवा भी कहते हैं. पोटैशियम आयोडाइड टेबलेट के रूप में लिया जाता है. जब किसी क्षेत्र पर परमाणु हमला होता है तो वहां रेडिएशन फैलता है. उस क्षेत्र के आसपास के वातावरण में रेडियोऐक्टिव तत्व, जैसे I-131 तैरने लगते हैं. सांस के जरिए ये तत्व शरीर में पहुंचते हैं और थायरॉयड ग्लैंड इन्हें अवशोषित करने लगती है. इससे शरीर अंदरूरनी तौर पर प्रदूषित होने लगता है. अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी सीडीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि जब गले में मौजूद थायरॉयड ग्रंथि जरूरत से ज्यादा रेडियोएक्टिव आयोडीन (I-131) को एब्जॉर्ब करती है तो इससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. जो बच्चों और बुजुर्गों के लिए ज्यादा खतरनाक होता है.


दवा कब लेनी है?


रिपोर्ट्स के अनुसार, पोटैशियम आयोडाइड एक लिमिट तक ही सुरक्षा प्रदान करता है. रेडिएशन फैलने की स्थिति में पोटैशियम आयोडाइड सिर्फ थायरॉयड ग्रंथि को सुरक्षा देता है, शरीर के दूसरे हिस्से को सुरक्षा नहीं. रेडिएशन शुरू होने के 4 घंटे के अंदर आयोडीन की दवा को लेना अनिवार्य होता है.


क्या पोटैशियम आयोडाइड इलाज का हिस्सा है?


पोटैशियम आयोडाइड (Potassium Iodide), रेडिएशन का इलाज नही है. ये सिर्फ उसके असर को कम करती है. यह दवा खासतौर पर 40 साल से कम उम्र वाले लोगों को देने की सलाह दी जाती है. इन लोगों में रेडिएशन के कारण थायरॉयड कैंसर का खतरा अधिक होता है, क्योंकि इस उम्र तक शरीर में कोशिकाएं तेजी से बढ़ रही होती हैं.


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