किस देश की महिलाओं के पास सबसे ज्यादा सोना, किस पायदान पर आता भारत का नाम
भारतीय महिलाओं को सोने का आभूषण सबसे अधिक पसंद होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूरी दुनिया में भारतीय महिलाओं के पास कितना सोना मौजूद है. इसके अलावा बाकी देशों के पास कितना है.
भारत में सोने के आभूषण का महत्व सबसे ज्यादा होता है. आपने देखा होगा कि भारतीय शादी ब्याह में या फिर कोई अन्य फंक्शन में घर की महिलाओं की पहली पसंद सोने का गहना ही होता है. हमारे देश में हर घर में महिलाओं के पास थोड़ा बहुत तो सोना होता ही है. धार्मिक मौकों पर भी सोने का आभूषण पहनना शुभ माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारतीय महिलाओं के पास कितना सोना है. आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे.
भारत में सोना
भारत में सोना बाकी कई देशों की तुलना में अधिक पहना जाता है. महिलाओं से लेकर पुरुषों तक सोना पहनने का क्रेज रहता है. महिलाएं तो खासकर सोना का ही आभूषण पहनना पसंद करती हैं. भारत के कई राज्यों में धार्मिक आयोजनों में भी महिलाएँ सोने का आभूषण पहनती हैं.
महिलाओं के पास कितना सोना
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय महिलाओं के पास लगभग 24,000 टन सोना है. इस सोने को दुनिया का सबसे बड़ा सोने का खजाना माना जा सकता है. WGC की रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि भारतीय महिलाएं दुनिया के कुल सोन के भंडार का 11 प्रतिशत आभूषण के रूप में पहनती हैं. बता दें कि भारतीय महिलाएं जितना सोना पहनती हैं, वो दुनिया के टॉप 5 देशों के कुल सोने के भंडार से भी ज्यादा है.
इस राज्य में महिलाएं पहनती सबसे ज्यादा सोना
बता दें कि भारत में महिलाओं द्वारा सोने का इस्तेमाल दक्षिण भारत में सबसे ज्यादा होता है. दक्षिण भारत में देश में मौजूद कुल सोने का 40 फीसदी सोना है, तो वहीं सिर्फ तमिलनाडु राज्य में 28 फीसदी सोना है. आसान भाषा में समझिए तो भारत के इन राज्यों में महिलाओं के पास सोने का आभूषण सबसे ज्यादा है.
किस देश के पास है कितना सोना
अमेरिका के पास कुल सोना 8000 टन तो जर्मनी के पास 3,300 टन सोना है. इसके अलावा इटली के पास 2450 टन, फ्रांस के पास 2400 टन और रूस के पास 1900 टन सोना है. गौरतलब है कि भारत ने वित्त वर्ष 2023-24 में ब्रिटेन में रखे अपने 100 टन सोने को घरेलू तिजोरियों में पहुंचाया है. यह 1991 के बाद सोने का सबसे बड़ा स्थानांतरण हुआ है. बता दें कि वर्ष 1991 में विदेशी मुद्रा संकट से निपटने के लिए सोने के बड़े हिस्से को गिरवी रखने के लिए भारतीय तिजोरियों से बाहर निकाला गया था.
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