Himba Tribe: दुनिया में कई संस्कृतियां रहती हैं. जिनके अपने अपने तौर-तरीके और रीति-रिवाज हैं. आज के इस मॉडर्न जमाने में भी कई ऐसी जनजातियां हैं, जो आज भी गांवों या जंगलों में रहती हैं. इनके रीति-रिवाज बाहरी दुनिया से जरा हटके होते हैं. ऐसी ही एक जनजाति उत्तरी नामीबिया में रहती है, जो अपने तौर तरीकों के लिए दुनियाभर में जानी जाती है. आपको यहां जितनी भी महिलाएं नजर आएंगी, सब लाल रंग की ही दिखाई देंगी. आइए इसके पीछे की वजह भी जान लेते हैं.


लाल दिखती हैं यहां की महिलाएं


उत्तरी नामीबिया में हिम्बा जनजाति रहती है. इन्हे कवर्ड हिम्बस के नाम से भी जाना जाता है. यहां की महिलाएं अपने सौंदर्य को लेकर काफी सतर्क रहती हैं. इसलिए ये अपने बालों और शरीर को ओटिज़े से ढककर रखती हैं. जिस वजह से इनका शरीर लाल दिखाई देता है. घर में तैयार हुए मक्खन, लाल गेरू, चट्टानों और जड़ी बूटियों के मिश्रण से ओटिज़े तैयार किया जाता है. हिम्बा अपने लंबे बालों के लिए भी जाने जाते हैं, जिन्हें अक्सर मोतियों और कौड़ी के गोले से सजाया जाता है.


किसलिए लगती हैं महिलाएं ओटिज़े


यह जनजाति कुनेन क्षेत्र के कठोर और सूखे रेगिस्तान में रहती है. इसलिए माना जाता है कि धूप से बचाव और कीट पतंगों से बचाव के लिए शरीर पर महिलाएं ओटिज़े का लेप लगाती हैं. लेकिन जनजाति के सदस्यों का कहना है कि वो ऐसा विशेष रूप से सौंदर्य कारणों से करती हैं. जनजाति के लिए, छवि ही सबकुछ है, इसलिए यहां की महिलाएं एक-दूसरे के बालों की चोटी भी बनाती हैं. वे इसे भी राख से धोती हैं. हर महिला का अपना एक हेयर स्टाइल होता है, जिसे वो मरने तक नहीं बदलती है.


पुरुष रख सकते हैं एक से ज्यादा पत्नी


हिम्बा में बहुपत्नी प्रथा है, यानी यहां पुरुषों को कई पत्नियां रखने की अनुमति है. हिम्बा के लोग प्रकृति के साथ सद्भाव में रहते हैं. ये लोग मुख्य रूप से किसानी और पशुपालन पर निर्भर हैं. ये मक्का, बाजरा और ज्वार जैसी फसलें उगाते हैं. ये अपने यहां आने वाले लोगों का बहुत अच्छे से स्वागत करते हैं और अपनी संस्कृति को दूसरों के साथ शेयर करते हैं.


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